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Religion

Holi 2025: नए घर में होली न मनाएं पहला त्योहार, टूट सकता है दुखों का पहाड़!

Holi 2025: शास्त्रों के अनुसार कभी गृह प्रवेश के बाद पहला बड़ा त्योहार होली नहीं मनाना चाहिए। इससे आप संकटों से घिर सकते हैं। माना जाता है कि ऐसा करने से जीवन में अमंगल होने का खतरा बढ़ जाता है। इसके साथ ही इससे वास्तु दोष भी बनता है।

Author Edited By : Mohit Updated: Mar 4, 2025 20:31
Holi 2025 celebrations and Vastu: Why new homeowners should avoid celebrating their first Holi at a new house according to scriptures.
नए घर में न करें ये काम!

Holi 2025: कभी भी गृहप्रवेश के बाद नए घर में पहला बड़ा त्योहार होली न मनाएं। ऐसा शास्त्रों में वर्जित बताया गया है। मान्यता है कि नए घर में पहला बड़ा त्योहार दीपावली होना चाहिए। इसमें भगवान गणेश और लक्ष्मी की पूजा होनी चाहिए। हिंदू धर्म में होली और दीपावली को साल का सबसे बड़ा त्योहार माना जाता है। इस कारण गृहप्रवेश दीपावली से पहले और होली के बाद ही करना चाहिए। इसके लिए नवरात्रि और अन्य शुभ पर्व अच्छे माने जाते हैँ।

शास्त्रों के अनुसार, नए घर में प्रवेश के बाद ग्रहों की स्थिति स्थिर नहीं रहती है। इस कारण पहले गृहशांति और हवन कराना आवश्यक होता है। होली एक अग्नि प्रधान त्योहार है, जो बिना उचित पूजन के नेगेटिव असर डाल सकता है। इसी कारण माना जाता है कि नए घर में प्रवेश के बाद पहला त्योहार होली मनाने से जीवन में दुखों का पहाड़ टूट सकता है।

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पुराने समय से चली आ रही है परंपरा

पुराने समय से यह मान्यता चली आ रही है कि नए घर में प्रवेश के बाद पहला साल शांति से बिताना चाहिए। इस कारण होली जैसे बड़े आयोजनों से बचना चाहिए, जिससे कोई अनहोनी होने की आशंका न हो। नए घर में हवन और रसोईघर के अलावा किसी भी प्रकार की अग्नि जलाना शुभ नहीं माना जाता है। इससे घर में नकारात्मक ऊर्जा का वास हो जाता है।

शास्त्रों में भी मिलता है उल्लेख

शास्त्रों के अनुसार होलिका दहन की परंपरा निभाई जाती है। जो नए घर में करने से घर के सदस्यों की शांति और स्वास्थ्य पर नकारात्मक प्रभाव डाल सकता है।इसके लिए विष्णु धर्मसूत्र और मय मतम और समरांगण सूत्रधार जैसे वास्तु शास्त्र में साफ तौर पर लिखा है कि गृह प्रवेश के बाद का पहला साल ऊर्जा संतुलन और पॉजिटिविटी को स्थिर करने के लिए काफी इंपोर्टेंट माना जाता है।

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राजा भोज द्वारा रचित वास्तु ग्रंथ समरांगण सूत्रधार में साफ लिखा है कि नए घर में शुभता के लिए धीरे-धीरे सात्त्विक ऊर्जा बढ़ाई जानी चाहिए, न कि उग्र आयोजन किए जाने चाहिए। होलिका दहन के कारण इसे उग्र आयोजन की श्रेणी में रखा गया है। ब्रह्मवैवर्त पुराण में लिखा है कि गृह प्रवेश के बाद कुछ समय तक बड़े समारोह और उत्सवों से बचना चाहिए, ताकि देवी-देवताओं की कृपा बनी रहे।

चंद्रमा की स्थिति होती है अस्थिर

माना जाता है कि होली के समय चंद्रमा और अन्य ग्रहों की स्थिति अस्थिर होती है, जिससे नए घर में उत्सव मनाने से नकारात्मक ऊर्जाएं आकर्षित होने की संभावनाएं बढ़ जाती है।

अगर हो गया है गृह प्रवेश तो करें ये काम

अगर आपके घर के गृहप्रवेश होने के बाद पहला त्योहार होली ही पड़ रहा है तो आप सात्विक रूप से घर में रंग खेल सकते हैं, लेकिन न तो घर में होली दहन जैसा आयोजन करें और न ही दहन की अग्नि को घर में लाएं। सबसे पहला पर्व गणेश चतुर्थी या फिर दीपावली मनाएं।

डिस्क्लेमर: यहां दी गई जानकारी ज्योतिष शास्त्र की मान्यताओं पर आधारित है तथा केवल सूचना के लिए दी जा रही है। News24 इसकी पुष्टि नहीं करता है।

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Mohit

First published on: Mar 04, 2025 08:31 PM

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