Shivling Puja: भगवान शिव का प्रतीक शिवलिंग केवल एक पवित्र स्तंभ या संरचना नहीं है, बल्कि भगवान शिव की अनंत ऊर्जा और शक्ति का प्रतिनिधि है। इसके तीन भाग होते हैं। निचले भाग में भगवान ब्रह्मा का वास होता है, मध्य भाग में भगवान विष्णु रहते हैं और सबसे ऊपरी भाग में भगवान शिव स्वयं विराजते हैं। इस प्रकार शिवलिंग एक साथ सृष्टि के रचयिता, पालनकर्ता और विनाशकर्ता और इन देवों के तीनों कार्यों का महा-प्रतीक है।
बीमारी और रोग से मुक्ति
यदि आप किसी रोग या बीमारी से परेशान हैं, तो आपको देसी घी से भगवान शिव के दिव्य स्वरुप शिवलिंग की पूजा करनी चाहिए। जल में देसी घी मिलाकर हर रोज शिवलिंग पर अर्पित करने से हर तरह की बीमारी और रोग से मुक्ति मिलती है।
ऐश्वर्य प्राप्ति के उपाय
यदि आप वैभवपूर्ण और ऐश्वर्यशाली जिंदगी चाहते हैं, तो हर रोज रात में 11 से 12 बजे के बीच शिवलिंग की पूजा करें। इस समय अवधि में आपको शिवलिंग के सामने 1 दीपक जलाकर भगवान शिव के मंत्र का जाप करना चाहिए।
पितृदोष से मुक्ति
यदि पितृदोष के कारण आपके जीवन में बाधाएं आ रही हैं, तो आपको शिवलिंग पर स्वच्छ जल में जौ मिलाकर शिवलिंग का अभिषेक करना चाहिए। इससे पितृ दोष समाप्त होता है और पितरों और पूर्वजों की कृपा प्राप्त होती है।
सर्वबाधा से मुक्ति
यदि आपके काम रुके और अटके पड़े हैं या आपके मन का सोचा हुआ काम पूरा नहीं हो रहा है, तो स्वच्छ और शुद्ध जल जल में काले तिल मिलाकर शिवलिंग का अभिषेक करना आपके लिए विशेष लाभकारी सिद्ध हो सकता है। ऐसा करने से जीवन की सभी बाधाएं और अड़चनें दूर होती हैं और बिगड़े हुए काम भी बन जाते हैं।
कर्ज मुक्ति उपाय
सनातन धर्म में कर्ज के बोझ को अच्छा नहीं माना गया है। यह प्रगति में बाधक होता है। यदि आप कर्ज के बोझ से परेशान हैं, तो आपको कर्ज मुक्ति और धन प्राप्ति के लिए हर रोज शिवलिंग पर जल में अक्षत (सफेद अरवा चावल) मिलाकर चढ़ाने से लाभ हो सकता है।
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डिस्क्लेमर: यहां दी गई जानकारी धार्मिक शास्त्र की मान्यताओं पर आधारित हैं और केवल जानकारी के लिए दी जा रही है। News24 इसकी पुष्टि नहीं करता है।