---विज्ञापन---

Religion

Samudrik Shastra: क्या सच में किस्मत का आईना है इंसान का माथा? जानिए क्या कहता है सामुद्रिक शास्त्र

Samudrik Shastra: भारत की प्राचीन विद्या सामुद्रिक शास्त्र का उद्देश्य हमें खुद को बेहतर समझने और अपने गुणों को पहचानने में मदद करना है। यह शास्त्र कहता है कि इंसान माथा सिर्फ शरीर का हिस्सा नहीं, भाग्य का दर्पण भी है। आइए जानते हैं, माथे की बनावट, लकीर और चमक के बारे में यह शास्त्र क्या कहता है?

Author Written By: News24 हिंदी Author Edited By : Shyamnandan Updated: Jun 22, 2025 14:40
samudrik-shastra-maathe-ki-banavat-rekha

Samudrik Shastra: सदियों से भारत की पारंपरिक विद्या सामुद्रिक शास्त्र में यह विश्वास किया जाता है कि इंसान के शरीर के अंगों की बनावट उसके स्वभाव, भविष्य और भाग्य के संकेत देती है। विशेष रूप से माथा यानी मस्तक को व्यक्ति की सोच, कर्म और किस्मत को दर्शाने वाला महत्वपूर्ण भाग माना गया है। आज हम इसी सामुद्रिक शास्त्र के आधार पर माथे की बनावट और उसके रहस्यों को सरल और रोचक भाषा में समझेंगे।

चौड़ा माथा

चौड़ा माथा रखने वाले लोग समझदार, निर्णय लेने में तेज और नेतृत्व की क्षमता से भरपूर होते हैं। इन्हें समाज में सम्मान और कार्यक्षेत्र में सफलता मिलती है। ऐसे लोग योजनाएं बनाकर काम करते हैं और दूसरों के लिए प्रेरणा बनते हैं।

---विज्ञापन---

ऊंचा माथा

जिस व्यक्ति का माथा ऊंचा होता है, वह सोचने-समझने में गहरा होता है। ये लोग ज्ञान, दर्शन और आध्यात्मिकता में रुचि रखते हैं। इनमें सहजता से लोगों को प्रभावित करने की क्षमता होती है।

ये भी पढ़ें: सावन की शुरुआत से पहले जरूर कर लें ये 7 काम, वरना शिव पूजा रह जाएगी अधूरी

---विज्ञापन---

सपाट माथा

सपाट माथा दर्शाता है कि व्यक्ति स्वभाव से शांत, संतुलित और जिम्मेदार है। ऐसे लोग व्यवहार में सौम्य होते हैं और कठिन परिस्थितियों में भी स्थिरता बनाए रखते हैं।

त्रिकोण माथा

त्रिकोणाकार माथा वाले व्यक्ति रचनात्मक, कल्पनाशील और तेज सोच वाले होते हैं। ये अक्सर कला, लेखन, संगीत या व्यापार जैसे क्षेत्रों में आगे बढ़ते हैं।

संकरा माथा

संकरा माथा किसी साधारण व्यक्ति की पहचान हो सकती है, लेकिन इसका यह मतलब नहीं कि ऐसे लोग कमज़ोर होते हैं। वे संघर्षशील, मेहनती और आत्मनिर्भर होते हैं। धीरे-धीरे ये सफलता की सीढ़ियां चढ़ते हैं।

माथे की रेखाएं

सामुद्रिक शास्त्र के अनुसार, माथे पर बनी रेखाएं सिर्फ त्वचा की लकीरें नहीं होतीं, बल्कि ये हमारे जीवन से जुड़ी कई अहम बातें बताती हैं। अगर किसी के माथे पर एक साफ और सीधी रेखा हो, तो इसे दीर्घायु यानी लंबी उम्र का प्रतीक माना जाता है। ऐसे लोग अक्सर शांत स्वभाव के होते हैं और जीवन में स्थिरता बनाए रखते हैं। वहीं अगर दो स्पष्ट रेखाएं दिखाई दें, तो यह धन और आर्थिक समृद्धि का संकेत देती हैं। वहीं, तीन रेखाएं यश, सम्मान और पहचान स्थापित करती हैं। यदि रेखाएं टूटी-फूटी या उलझी हों तो यह जीवन में आने वाली चुनौतियों और रुकावटों का प्रतीक भी माना जाता है।

माथे की रंगत और चमक

साफ और चमकदार माथा भाग्यशाली और अच्छे स्वास्थ्य का सूचक होता है। यह आत्मविश्वास और सकारात्मक ऊर्जा का संकेत भी है। वहीं, पीला या मलिन माथा तनाव, चिंता या शारीरिक कमजोरी की ओर इशारा करता है।

ये भी पढ़ें: कामाख्या मंदिर का अंबुबाची मेला आज से शुरू, यहां होता है मासिक धर्म का उत्सव; जानें पौराणिक कथा

डिस्क्लेमर: यहां दी गई जानकारी ज्योतिष शास्त्र की मान्यताओं पर आधारित है तथा केवल सूचना के लिए दी जा रही है। News24 इसकी पुष्टि नहीं करता है।

First published on: Jun 22, 2025 02:40 PM

संबंधित खबरें