Sadhguru Viral Video:नकारात्मक सोच हमारे जीवन में सबसे बड़ा अवरोध बन सकती है। यह न सिर्फ हमारे मन की शांति को भंग करती है, बल्कि हमारे कार्यों, रिश्तों और स्वास्थ्य पर भी बुरा असर डालती है। अक्सर लोग सोचते हैं कि नकारात्मक विचार खुद-ब-खुद आते हैं और उन्हें रोकना हमारे बस में नहीं है। काफी बार ऐसी सोच के चलते जीवन में कई परेशानियों का सामना करना पड़ जाता है।
तो आइए जानते हैं कि सद्गुरु के अनुसार नकारात्मक सोच को कैसे रोका जा सकता है।
सद्गुरु के मुताबिक, अगर आप यह सोचते हैं कि मैं आज से नकारात्मक सोच को हटाकर बस सकारात्मक सोच से ही विचार करूंगा या करूंगी तो यह कभी संभव नहीं हो सकता। आप बस इसे कुछ समय के लिए नजरअंदाज कर सकते हैं। क्योंकि आप जिस चीज को हटाना चाहेंगे, वही आपकी गुणवत्ता (क्वालिटी) बन जाएगी आप हमेशा उसी चीज पर टिके रहेंगे। अगर आपके पास नकारात्मक विचार आते हैं, तो बस बैठ जाइए और ऐसी चीज पर ध्यान दीजिए जो जीवन प्रक्रिया से जुड़ी हो जैसे शरीर में कोई संवेदना, सांसें, दिल की धड़कन या कुछ भी जो आपको जीवन का एहसास दिलाए। बस कुछ समय उस चीज पर ध्यान दीजिए। सद्गुरु कहते हैं, धीरे-धीरे आप देखेंगे कि इनके बीच एक अंतर है वो जो आप हैं और वो जो आपने इकट्ठा कर रखा है, जिसमें आपका मन और शरीर दोनों शामिल हैं।
सद्गुरु कहते हैं कि यदि हम अपनी ऊर्जा को सही दिशा में लगाएं और अपने मन को साधना सीखें, तो नकारात्मक सोच अपने आप छूटने लगती है। उनके अनुसार, ध्यान, आत्म-निरीक्षण और वर्तमान में जीने की कला हमें इस मानसिक जाल से बाहर निकाल सकती है।
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