Moonga Gemstone: हमारे वैदिक ज्योतिष में हर ग्रह से जुड़ा एक खास रत्न होता है। ये रत्न सिर्फ आभूषण नहीं होते, बल्कि हमारे जीवन में ऊर्जा को बैलेंस करने और बदलाव लाने वाले माध्यम भी होते हैं। इन्हीं रत्नों में एक है मूंगा, जिसे अंग्रेजी में Red Coral कहा जाता है। यह रत्न मंगल ग्रह से जुड़ा होता है और इसे पहनने का सीधा असर व्यक्ति के आत्मबल, साहस और निर्णय लेने की क्षमता पर पड़ता है।
मूंगा न तो कोई पारंपरिक खनिज है और न ही जमीन के नीचे से निकाला जाने वाला पत्थर है। यह दरअसल समुद्र की गहराइयों में पाए जाने वाले एक खास प्रकार के जीवों (Coral Polyps) द्वारा बनाया गया एक जैविक रत्न है। इसका रंग आमतौर पर गहरा लाल, सिंदूरी या गुलाबी होता है।
किसको पहनना चाहिए मूंगा?
- मूंगा रत्न मंगल ग्रह का प्रतिनिधित्व करता है। मंगल को नवग्रहों में सेनापति की उपाधि प्राप्त है। यह ग्रह साहस, ऊर्जा, आत्मबल, पराक्रम, भूमि और तकनीकी क्षेत्रों का कारक होता है। जिन लोगों की कुंडली में मंगल ग्रह अशुभ हो या ‘मंगल दोष’ हो, उन्हें मूंगा पहनने की सलाह दी जाती है।
- अगर मंगल ग्रह कुंडली में कमजोर, अस्त या शत्रु ग्रहों के प्रभाव में हो, तो जीवन में व्यक्ति को गुस्सा, चोट, ऑपरेशन, एक्सीडेंट, रक्त से जुड़ी बीमारियां या पारिवारिक कलह जैसी समस्याएं आ सकती हैं। ऐसे में मूंगा रत्न इन दोषों को कम करने में मदद करता है।
मूंगा पहनने से मिलते हैं ये लाभ
- मूंगा पहनने से व्यक्ति मानसिक रूप से मजबूत होता है। निर्णय लेने की शक्ति बढ़ती है और डर या संकोच जैसी भावनाएं कम होती हैं।
- यह रत्न शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता को बेहतर बनाता है। यह विशेष रूप से खून से जुड़ी समस्याओं और ब्लड प्रेशर जैसी परेशानियों में लाभदायक होता है।
- कुंडली में मौजूद ‘मंगल दोष’ या ‘चंद्र-मंगल योग’ जैसी स्थितियों में मूंगा पहनने से ग्रह का दोष शांत होता है।
- जिन लोगों का काम रियल एस्टेट, इंजीनियरिंग, सेना, पुलिस या तकनीकी क्षेत्रों से जुड़ा हो, उनके लिए यह रत्न विशेष लाभदायक होता है।
- मूंगा पहनने से विरोधियों से मिलने वाली मानसिक या सामाजिक परेशानियां कम होती हैं। कोर्ट केस या कानूनी मामलों में सफलता मिलती है।
कब और कैसे पहनें मूंगा?
मूंगा हमेशा मंगलवार के दिन सुबह 6 से 8 बजे के बीच शुभ मुहूर्त में पहनें। इसको पहनने के लिए तांबा, चांदी या सोना धातु व्यक्ति की कुंडली के अनुसार तय कर सकते हैं। यह दाएं हाथ की रिंग फिंगर में पहना जाता है। मूंगा पहनने से पहले इसे गंगाजल, दूध और शहद में डुबोकर साफ कर लें। मूंगा को ‘ॐ क्रां क्रीं क्रौं सः भौमाय नमः’ मंत्र का 108 बार जाप करके पहनें।
इन लोगों को नहीं पहनना चाहिए मूंगा
- जिनकी कुंडली में मंगल ग्रह शुभ और बलवान स्थिति में हो, उन्हें बिना ज्योतिषीय सलाह के मूंगा पहनना नुकसानदायक हो सकता है।
- तुला, मीन, वृषभ, और कुंभ राशि वालों को बिना कुंडली देखे मूंगा नहीं पहनना चाहिए, क्योंकि इनके लिए मंगल ग्रह हमेशा शुभ फल नहीं देता है।
- अगर मंगल शनि, राहु या केतु के साथ हो या उनके नक्षत्र में हो, तो भी सावधानी जरूरी होती है।
डिस्क्लेमर: यहां दी गई जानकारी ज्योतिष शास्त्रों की मान्यताओं पर आधारित है तथा केवल सूचना के लिए दी जा रही है। News24 इसकी पुष्टि नहीं करता है।
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