Jyotish Shashtra: हमारे प्राचीन धर्मशास्त्रों और ज्योतिष शास्त्र में जीवन की हर छोटी-बड़ी घटना को किसी-न-किसी संकेत से जोड़ा गया है। इन्हीं संकेतों को शुभ और अशुभ की श्रेणी में रखा जाता है। जब हम अनजाने में किसी ऐसी घटना का साक्षी बनते हैं, जैसे अचानक रास्ते में किसी शव यात्रा को देख लेना तो मन में स्वाभाविक रूप से यह प्रश्न उठता है कि क्या यह शुभ है या अशुभ?
शव यात्रा दिखना परिवर्तन का संकेत
शास्त्रों के अनुसार, राह चलते शव यात्रा का दिखना एक सामान्य घटना नहीं मानी जाती, बल्कि इसे एक विशेष संकेत के रूप में देखा जाता है। मृत शरीर को देखना कई बार इस बात का प्रतीक माना गया है कि जीवन में कोई बड़ा परिवर्तन आने वाला है। यह परिवर्तन सकारात्मक भी हो सकता है, विशेषतः जब व्यक्ति इस संकेत को समझकर अपने विचारों और कर्मों में सुधार लाता है। यह अनुभव व्यक्ति को जागरूक करता है कि जीवन सीमित है और हर पल को सार्थक बनाना ही जीवन का उद्देश्य होना चाहिए। शास्त्रों के अनुसार, मृत्यु का साक्षात्कार किसी को जीवन की दिशा बदलने की प्रेरणा दे सकता है। यह घटना एक ऐसा अवसर बन सकती है जब व्यक्ति आत्मनिरीक्षण करता है और आत्मा की आवाज सुनता है।
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आत्मजागरण का क्षण
यह आत्मजागरण का क्षण बन सकता है जहां से एक नया, सकारात्मक और धार्मिक जीवन शुरू होता है। इसके अलावा, मृत शरीर देखना कभी-कभी शनि या पितृलोक से जुड़ा शुभ संकेत भी माना गया है। विशेष रूप से तब जब व्यक्ति मानसिक रूप से शांत और संतुलित रहे और ईश्वर का स्मरण करे।