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Hindu Dharma Rules: कहीं आप भी भोजन करते समय तो नहीं करते हैं ये 5 गलतियां, मां लक्ष्मी और अन्नपूर्णा हो सकती हैं नाराज

Hindu Dharma Rules: भोजन केवल पेट भरने का माध्यम नहीं, यह एक आध्यात्मिक प्रक्रिया भी है। हिन्दू धर्म और वास्तु शास्त्र में भोजन करने के नियम स्पष्ट और सरल हैं, जिसका का पालन करके हर कोई अपने स्वास्थ्य को बेहतर बना सकते हैं। साथ ही, मां लक्ष्मी और मां अन्नपूर्णा की कृपा बनी रहे, इसके लिए भोजन संबंधी कुछ गलतियों से बचना जरूरी है। आइए जानते है, क्या हैं ये गलतियां?

Author Written By: News24 हिंदी Author Edited By : Shyamnandan Updated: May 31, 2025 22:57
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Hindu Dharma Rules: भोजन सिर्फ शरीर की भूख नहीं मिटाता, बल्कि यह ऊर्जा, स्वास्थ्य और समृद्धि का स्रोत भी है। हिन्दू धर्म, वास्तु शास्त्र और आयुर्वेद में भोजन के समय कुछ खास नियमों का पालन करने की बात कही गई है। अगर इन्हें नजरअंदाज किया जाए, तो न केवल मां लक्ष्मी और मां अन्नपूर्णा की कृपा से वंचित हो सकते हैं, बल्कि जीवन में आर्थिक तंगी और मानसिक अशांति भी घर कर सकती है। आइए जानते हैं वो 5 प्रमुख गलतियां, जो शायद यदि आप भी कर रहे हों और अब आपको तुरंत छोड़ देनी चाहिए।

चौखट पर खाना है अशुभ

शहर में झुग्गी बस्तियों में और कस्बों और गांवों में लोग आज भी घर की चौखट पर कुछ खाते देखे जाते है। आपको बता दें कि घर की चौखट को पवित्र स्थान माना गया है, जहां देवी-देवताओं का वास होता है। यहां बैठकर भोजन करना धार्मिक दृष्टि से अपमानजनक माना जाता है। चौखट पर बैठकर खाना अशुभ संकेत माना गया गई। इससे नकारात्मक ऊर्जा घर में प्रवेश कर सकती है। हमेशा घर के भीतर शांत और स्वच्छ स्थान पर बैठकर भोजन करें।

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दिशा का सही चयन

भोजन करते समय उत्तर या पूर्व दिशा की ओर मुख करके बैठना शुभ माना जाता है। यह न सिर्फ वास्तु सम्मत है, बल्कि शरीर में ऊर्जा का संतुलन भी बनाए रखता है। दरअसल, दिशा का सही चयन ऊर्जा का प्रवाह बढ़ाता है।। दक्षिण दिशा की ओर मुंह करके भोजन करने से पितृ दोष और मानसिक तनाव बढ़ सकता है।

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बिस्तर पर या चलते-फिरते न खाएं

बिस्तर पर बैठकर या चलते-फिरते खाना खाने की आदत से शरीर पर बुरा प्रभाव पड़ता है। ऐसा करने से न तो पाचन ठीक होता है और न ही मन भोजन पर केंद्रित होता है। जमीन पर पालथी मारकर खाना आयुर्वेद में सबसे उत्तम स्थिति मानी गई है, जिससे पाचन शक्ति बेहतर होती है और शरीर संतुलित रहता है।

आधा भोजन, आधा ध्यान

आजकल लोग मोबाइल देखते या टीवी चलाते हुए खाना खाते हैं, जो न केवल शरीर बल्कि मन के लिए भी हानिकारक है। भोजन के समय ध्यान केवल भोजन पर होना चाहिए। यंत्रों से दूर रहना, भोजन को प्रसाद की तरह सम्मान देना, मां अन्नपूर्णा की कृपा पाने का सरल उपाय है।

थाली का करें सम्मान

भोजन से पहले भगवान को भोग लगाना, थाली में अन्न का अपमान न करना, और जूठा खाना प्लेट में न छोड़ना, ये छोटे लेकिन प्रभावशाली नियम हैं। इनसे न केवल आशीर्वाद मिलता है, बल्कि अन्न की बरकत भी बनी रहती है।

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डिस्क्लेमर: यहां दी गई जानकारी ज्योतिष शास्त्र की मान्यताओं पर आधारित है तथा केवल सूचना के लिए दी जा रही है। News24 इसकी पुष्टि नहीं करता है।

First published on: May 31, 2025 10:56 PM

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