हस्तरेखा शास्त्र के अनुसार हथेली पर मौजूद रेखाएं और निशान व्यक्ति के जीवन में होने वाली घटनाओं के बारे में संकेत देती हैं। हथेली में कई प्रकार के निशान बनते हैं, जिनसे भविष्य में मिलने वाले लाभ को भी जाना जा सकता है।
हस्तरेखा विज्ञान के अनुसार हथेली पर बनने वाला क्रॉस(+) का निशान व्यक्ति के सुख-सौभाग्य और जीवन के कष्टों के बारे में भी बताता है। आइए जानते हैं कि हथेली किस जगह पर क्रॉस बनना अधिक शुभ होता है।
मस्तिष्क रेखा पर क्रॉस
अगर किसी की मस्तिष्क रेखा यानी हेड लाइन पर क्रॉस का चिह्न हो, तो इसका मतलब है कि वह व्यक्ति बहुत ज्यादा सोचने वाला होगा। ऐसे लोग किसी भी चीज को हल्के में नहीं लेते और हर बात को डीपली एनालाइज करते हैं। ये स्वभाव उन्हें कई बार जरूरत से ज्यादा कन्फ्यूज कर देता है, और वो खुद अपने ही सवालों में उलझ जाते हैं। इनकी ओवरथिंकिंग टेंडेन्सी इनके फैसलों को स्लो कर देती है। हालांकि अगर बाकी रेखाएं साथ दें, तो ये सोचने की काबिलियत उन्हें बहुत क्रिएटिव या इनोवेटिव भी बना सकती है।
हृदय रेखा पर क्रॉस
हृदय रेखा पर बना क्रॉस आमतौर पर इमोशनल लाइफ से जुड़ा संकेत होता है। इस तरह के चिह्न वाले लोग दिल के बेहद साफ और भावुक होते हैं, जो दिल से रिश्ते बनाते हैं और निभाते हैं। यही इमोशनल नेचर उन्हें जल्दी किसी से जुड़ने पर मजबूर कर देता है, जिस वजह से उन्हें कभी-कभी धोखा भी मिलता है। ऐसे लोग प्यार और भरोसे को लेकर बहुत सेंसिटिव होते हैं, इसलिए रिश्तों में टूट-फूट की संभावना अधिक होती है।
भाग्य रेखा पर क्रॉस
अगर हथेली की भाग्य रेखा पर क्रॉस बना हो तो यह संकेत व्यक्ति के करियर या प्रोफेशनल लाइफ में उतार-चढ़ाव बने रहने का हो सकता है। कई बार करियर अचानक से रुक जाता है या जिस काम में सफलता मिलने वाली होती है, वहां कोई बड़ा ब्रेक लग जाता है। इससे व्यक्ति को बार-बार नए सिरे से शुरुआत करनी पड़ती है। हालांकि यह भी देखा गया है कि ऐसे लोग वक्त के साथ काफी लचीले और स्ट्रॉन्ग बन जाते हैं।
गुरु पर्वत पर क्रॉस
गुरु पर्वत यानी तर्जनी उंगली के नीचे अगर क्रॉस बना हो तो इसे बेहद पॉजिटिव संकेत माना जाता है। ऐसे लोग लीडरशिप क्वालिटी वाले होते हैं और इनमें गाइड करने, सलाह देने या किसी टीम को संभालने की नेचुरल काबिलियत होती है। ऐसे लोग समाज में अपना नाम कमाते हैं। चाहे वो एजुकेशन फील्ड हो या पॉलिटिक्स हो अथवा कोई सोशल प्लेटफॉर्म, इनमें आत्मविश्वास भरपूर होता है और लोग इन्हें फॉलो भी करते हैं।
शनि पर्वत पर क्रॉस
अगर ये निशान शनि पर्वत यानी बीच वाली उंगली के नीचे हो, तो ऐसा व्यक्ति अपनी लाइफ में बहुत कुछ अकेले ही फेस करता है। वो इमोशनली थोड़ा रिजर्व रहता है और फैसले लेने में भी दूसरों से सलाह कम लेता है। कई बार उसे अकेलेपन या स्ट्रेस की वजह से नेगेटिव साइन भी माना जाता है, लेकिन अगर ऐसा व्यक्ति अपनी स्ट्रेंथ को पहचाने, तो वह मुश्किल हालात में भी शानदार परफॉर्म कर सकता है।
हथेली के बीच में क्रॉस
अगर हथेली के बीच में क्रॉस का निशान बना हो, तो ये दर्शाता है कि उस व्यक्ति में गहरी समझ और आध्यात्मिक झुकाव होगा। ऐसे लोग चीजों को सतही तौर पर नहीं देखते, बल्कि उनके पीछे के कारण और असर को समझने की कोशिश करते हैं। इनकी इनट्यूशन पावर बहुत स्ट्रॉन्ग होती है और कई बार इनकी गट फीलिंग बिल्कुल सही निकलती है। ऐसे लोग अच्छे सलाहकार बन सकते हैं। इसके साथ ही हीलर या रिसर्च से जुड़ी फील्ड में अच्छा काम करते हैं।
मणिबंध (कलाई के पास) पर क्रॉस
अगर कलाई के पास क्रॉस बना हो, तो यह संकेत करता है कि व्यक्ति की जिंदगी में शुरुआती दौर में काफी स्ट्रगल होता है। बचपन या टीनेज में उन्हें आर्थिक या इमोशनल सपोर्ट की कमी महसूस हो सकती है। यही अनुभव उन्हें जीवन के प्रति जिम्मेदार बनाता है और वे धीरे-धीरे खुद को एक मजबूत और सफल इंसान में बदलते हैं। ऐसे लोग मेहनत और धैर्य से बहुत कुछ हासिल करते हैं।
डिस्क्लेमर: यहां दी गई जानकारी धार्मिक शास्त्र पर आधारित है तथा केवल सूचना के लिए दी जा रही है। News24 इसकी पुष्टि नहीं करता है।
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