Agahan Month Upay: हिंदू धर्म में अगहन मास यानी मार्गशीर्ष का महीना धार्मिक और आध्यात्मिक दृष्टि से अत्यंत शुभ माना गया है. इस पवित्र महीने में भगवान श्रीराम और माता सीता का विवाह हुआ था, वहीं श्रीकृष्ण ने गीता का उपदेश भी इसी माह में दिया था. इसलिए इसे पुण्य, दान और साधना का काल कहा गया है. इस समय यदि आप कुछ विशेष पौधों को लगाकर उनकी विधिवत पूजा करते हैं, तो घर में सुख-शांति, धन-धान्य और सौभाग्य का आगमन होता है. आइए जानते हैं, ये फलदायी पौधे कौन-सी हैं?
तुलसी का पौधा
अगहन मास में तुलसी का पौधरोपण और पूजन विशेष फलदायी माना गया है. यह लक्ष्मी कृपा और सौभाग्य का प्रतीक है. इस महीने घर के उत्तर-पूर्व दिशा में तुलसी का पौधा लगाएं और उसके चारों ओर केले के पत्तों से सुंदर मंडप बनाएं. तुलसी को लाल चुनरी ओढ़ाएं और सुहाग का सामान जैसे चूड़ी, बिंदी, आलता, सिंदूर और बिछिया अर्पित करें. इसके बाद घी का दीपक जलाएं और भगवान विष्णु की पूजा करें. ऐसा करने से घर में लक्ष्मी स्थायी रूप से निवास करती हैं और आर्थिक समस्याएं दूर होती हैं.
आंवले का पौधा
अगहन माह में आंवले का वृक्ष अत्यंत शुभ माना गया है और यह सेहत और समृद्धि दोनों का प्रतीक है. अगहन में इसे लगाने और पूजा करने से पुण्य मिलता है. प्रातःकाल आंवले के वृक्ष के नीचे पूर्व दिशा की ओर मुंह करके बैठें. वृक्ष की जड़ों में दूध अर्पित करें और तने पर कच्चे सूत का धागा लपेटें. महिलाएं इस वृक्ष की सात परिक्रमा करें और सुख-समृद्धि की कामना करें. ऐसा करने से घर में स्वास्थ्य, समृद्धि और सौभाग्य का संचार होता है. आंवला देवी लक्ष्मी और भगवान विष्णु दोनों का प्रिय माना गया है.
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केले का पौधा
वास्तु शास्त्र के अनुसार, केले का पौधा ब्रहस्पति देव का प्रतीक है. अगहन मास में इसे उत्तर-पूर्व दिशा में लगाना अत्यंत शुभ होता है. रोजाना इसकी पूजा करें और बताशे का भोग लगाएं. ऐसा करने से दांपत्य जीवन में प्रेम और सामंजस्य बढ़ता है. यह उपाय ग्रह दोषों को भी शांत करता है और घर में समृद्धि को स्थिर बनाए रखता है. इसलिए इसे वैवाहिक जीवन में सुख और स्थिरता का पौधा भी कहते हैं.
शमी का पौधा
शमी का पौधा शनि देव का प्रिय माना गया है. अगहन मास में शमी का पौधा लगाने से जीवन की रुकावटें दूर होती हैं और नकारात्मक ऊर्जा समाप्त होती है. यही कारण है कि इसे बाधाओं को दूर करने वाला वृक्ष माना गया है. इसे मुख्य द्वार के पास या दक्षिण दिशा में लगाना शुभ रहता है. रोजाना इसमें जल चढ़ाएं और “ॐ शं शनैश्चराय नमः” मंत्र का जाप करें. इससे शनि दोष कम होता है और घर में स्थिरता आती है.
हरसिंगार का पौधा
हरसिंगार, जिसे पारिजात भी कहा जाता है, देवी लक्ष्मी और भगवान विष्णु दोनों का प्रिय पुष्प है. यह सौंदर्य और सौभाग्य का प्रतीक माना गया है. अगहन मास में इसे घर की पूर्व दिशा में लगाना शुभ होता है. इसकी सफेद-नारंगी फूलों की खुशबू घर की नकारात्मकता को दूर करती है. रोज सुबह इसके फूल तोड़कर भगवान विष्णु और लक्ष्मी की पूजा में अर्पित करें. इससे घर में शांति, प्रेम और सौभाग्य बढ़ता है.
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