Radha Ashtami 2024: इस साल राधा अष्टमी 11 सितंबर को पड़ रही है। राधा अष्टमी की भी अपनी खास मान्यता है। कहते हैं, जो लोग जन्माष्टमी का उपवास रखते हैं, उन्हें राधा अष्टमी पर भी व्रत पालन करना होता है। राधा रानी को मालपुआ बहुत पसंद है। इस दिन पर उन्हें इस चीज का भोग जरूर लगता है। अगर आपको भी घर पर बनाकर राधा रानी को स्वादिष्ट मालपुए का भोग लगाना है तो ये रेसिपी आपके बड़े काम आने वाली है। चलिए जानते हैं कैसे बनता है मुलायम और स्वादिष्ट मालपुए।
सबसे पहले मालपुआ बनाने की सामग्रियां नोट कर लें।
- 1 कप आटा या मैदा
- 1 कप चीनी
- 1 चौथाई कप सूजी
- 2 कप दूध
- 1 कप पानी
- आधा कप मलाई
- आधा चम्मच इलायची पाउडर
- कटे हुए मेवे
- केसर
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मालपुआ बनाने की विधि
स्टेप-1
सबसे पहले आटा, सूजी और मैदे को बराबर मात्रा में मिलाकर, उसमें थोड़ा-थोड़ा दूध डालकर चलाते हुए एक बैटर तैयार कर लें। यह बैटर ज्यादा मोटा या ज्यादा पतला नहीं होना चाहिए। जब यह एक चिकने पेस्ट जैसा बन जाए तो ये बनाने के लिए तैयार है।
स्टेप-2
अब आटा में मलाई डालकर इसे अच्छे से मिक्स होने के लिए छोड़ दें। इसके बाद मालपुए के लिए चाशनी बनाने की तैयारी कर लेते हैं। इसके लिए सबसे पहले एक बर्तन में 1 कप पानी और 1 कप चीनी डालकर पकाना शुरू कर दें। खुशबू के लिए इसमें इलायची पाउडर मिक्स करें। लास्ट में केसर डालकर अच्छे से मिक्स करके 2 मिनट और पका लें। केसर से रंग और स्वाद दोनों बढ़िया आएगा।
स्टेप-3
अब एक नॉनस्टिक पैन को गैस पर गर्म होने के लिए रख दें। पैन में घी डालकर गर्म करें, इसके बाद इसमें तैयार किए गए बैटर से छोटी-छोटी पूरी के आकार में मालपुए बनाएं। इसे डालने के लिए एक गोल गहरा या कटोरी की मदद लें। उसमें बैटर भरकर तेल में डालें, इस तरीके से एकदम गोल-गोल पूरियों जैसे मालपुए बनकर तैयार हो जाएंगे। जब मालपुए नीचे से पक जाएं, तो इसे पलटकर दूसरी तरफ से भी फ्राई कर लें। मालपुआ को दोनों तरफ से ब्राउन होने तक पकाएं। कढ़ाई से बाहर निकालकर एक प्लेट में रख लें। थोड़ा ठंडा होने के बाद इसे चाशनी में डालकर भीगने दें। मालपुए को हल्की आंच पर ही पकाना चाहिए और कभी भी सीधे तेल से निकालकर चाशनी में नहीं डालना चाहिए।
स्टेप-4
सर्व करने के लिए एक प्लेट पर गुलाब की पंखुड़ियों को तोड़-तोड़कर प्लेट पर डालें। उसके बाद एक-एक कर मालपुए रखें, इन पर ऊपर से कटे हुए नट्स जैसे पिस्ता और बादाम डालकर सर्व करें।
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