Pregnancy Care Tips: डॉ. मंजुला एनवी बताती हैं कि प्रेगनेंसी से लेकर बच्चे के जन्म तक गर्भवती महिलाओं को सतर्क रहने की जरूरत होती है और ये भी कि प्रेगनेंसी में इन्फेक्शन से कैसे बचा जाए। प्रेगनेंसी में इन्फेक्शन सामान्य पेशाब नली के संक्रमण (यूटीआई) से लेकर टोक्सोप्लाज़मोसिस जैसी ज्यादा गंभीर स्थितियों तक कहीं भी हो सकते हैं। ये गर्भावस्था के दौरान मां और बच्चे दोनों के हेल्थ के लिए गंभीर खतरा पैदा करते हैं। इसलिए इस दौरान सही देखभाल और जानकारी के साथ इस अवधि के दौरान इन्फेक्शन के खतरे को काफी कम हो जाता है, जिससे मां और बच्चे दोनों को हेल्थ पर पॉजिटिव असर डालता है।
बार-बार हाथ धोना
हाथ धोना किसी भी इन्फेक्शन से बचाव की पहल होती है। डॉक्टरों द्वारा यह ज्यादा अनुशंसित किया जाता है कि सभी मां अपने हाथों को गर्म पानी और साबुन से धोएं। खासकर टॉयलेट जैसी अस्वच्छ जगहों के संपर्क में आने के बाद। ये आसान आदत जन्मजात साइटोमेगालोवायरस (सीसीएमवी) जैसे इन्फेक्शन के खतरे को कम करने में मदद कर सकती है, जो जन्म दोषों का सबसे आम कारण हो सकता है।
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बीमारियों से बचे
सभी माताओं को उन चीजों से सावधान रहना चाहिए जो बीमारियां फैलाते हैं, क्योंकि इन्फेक्शन मच्छर और कीड़े के काटने से जीका वायरस और ओरोपोच वायरस जैसे वायरस फैल सकते हैं, जो नवजात शिशुओं में जन्म दोषों से जुड़ा दोनों रोगजनक हैं। टिक्स से खुद को बचाना भी जरूरी है क्योंकि वे लाइम रोग का कारण बनते हैं, जिसका अगर इलाज न किया जाए तो गंभीर स्थिति पैदा हो सकती है।
डाइट का रखें ध्यान
किसी भी कीमत पर कच्चा मांस या अन्पस्टेयरीजेड डेयरी प्रोडक्ट खाने से बचें, क्योंकि कच्चे मांस और अन्पस्टेयरीजेड दूध और पनीर में अक्सर लिस्टेरिया नामक बैक्टीरिया होता है, जो लिस्टेरियोसिस जैसे इन्फेक्शन का कारण बन सकता है। इसलिए प्रेगनेंसी में महिलाओं को अपनी डाइट का खास ध्यान रखना चाहिए या फिर आपने डॉक्टर की सलाह जरूर लेनी चाहिए।
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Disclaimer: ऊपर दी गई जानकारी पर अमल करने से पहले विशेषज्ञों से राय अवश्य लें। News24 की ओर से जानकारी का दावा नहीं किया जा रहा है।