International Yoga Day: आजकल बहुत सी महिलाएं पीसीओएस जैसी समस्या से जूझ रही हैं। यह एक हार्मोनल असंतुलन से जुड़ी समस्या है जिसमें पीरियड्स रेगुलर नहीं होते हैं। जिस कारण वजन बढ़ने लगता है चेहरे पर अनचाहे बाल आ जाते हैं और कई बार प्रेग्नेंसी में भी दिक्कत आती है। माना जाता है कि लाइफस्टाइल और खानपान की खराब आदतें इसकी बड़ी वजह बनती हैं। लेकिन अच्छी बात यह है कि योग से इस समस्या पर नियंत्रण पाया जा सकता है। अगर रोजाना योगासन किया जाए तो हार्मोन संतुलित रहते हैं तनाव कम होता है और पीरियड भी सामान्य होने लगते हैं। तो आइए जानते हैं 5 असरदार योगासन के बारे में जो पीसीओएस में राहत दिलाने में मददगार साबित हो सकते हैं।
बद्धकोणासन
अगर आप बद्धकोणासन रोजाना करते हैं तो यह जांघ, कमर और पेल्विक एरिया में ब्लड सर्कुलेशन बढ़ाता है। यह ओवरी और यूट्रस के कार्य को बेहतर करता है जिससे पीरियड्स नियमित होने में मदद मिलती है। कोशिश करें इस आसन को रोजाना 5–10 मिनट करें।
सेतु बंधासन
यह आसन रीढ़ और थायरॉयड ग्रंथि पर असर डालता है जिससे हार्मोन संतुलित रहते हैं। इसके साथ ही यह तनाव को कम करने में भी मदद करता है जो पीसीओएस की मुख्य वजहों में से एक है। इस आसन को रोजाना करें।
भुजंगासन
भुजंगासन को रोजाना करने से पेट और निचले हिस्से की मांसपेशियां मजबूत होती हैं। यह ओवरी को बेहतर ढंग से काम करने में मदद करता है।
धनुरासन
धनुरासन पेट की चर्बी को कम करने में मदद करता है जो पीसीओएस से जुड़ी समस्या है। यह मेटाबॉलिज्म को तेज करता है और शरीर को लचीला बनाता है।
प्राणायाम
पीसीओएस से राहत के लिए सिर्फ शरीर ही नहीं, मन का शांत रहना भी काफी जरूरी है। रोजाना 10 मिनट अनुलोम-विलोम करने से तनाव कम होता है, हार्मोन संतुलन बेहतर होता है और पीसीओएस में राहत मिलती है।
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