IAS Ummul Kher Success Story: आजकल एक फिल्म ’12th Fail’ बहुत सुर्खियां बटोर रही है( उस फिल्म में मनोज शर्मा (Manoj Sharma) के यूपीएससी (UPSC) पास करने का बुलंद हौसला बहुत खूबसूरती से दिखाया गया है, लेकिन भारत में यूपीएससी क्रैक करना आसान काम नहीं है।
लोग इस परीक्षा के लिए सालों तैयारी करते हैं, लेकिन दुर्भाग्य से वे परीक्षा पास करने में असफल हो जाते हैं। हालांकि, कुछ लोग हार मानकर आगे बढ़ जाते हैं और कुछ लोग अपने लक्ष्य को कभी नहीं छोड़ते।
आज हम आपको एक ऐसी ही जुनून से भरी महिला उम्मुल खेर (IAS Ummul Kher) के बारे में बताने जा रहे हैं, जिन्होंने बाधाओं के बाद भी हार नहीं मानी। आइए पढ़ते हैं उनकी सफलता की कहानी…
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कौन हैं IAS उम्मुल खेर? (Who is IAS Ummul Kher?)
उम्मुल खेर का जन्म राजस्थान के पाली में हुआ था वह दिल्ली (Delhi) की त्रिलोकपुरी झुग्गी में रहती थीं, जहां उन्होंने कड़ी मेहनत करके पढ़ाई की। खर्चा निकालने के लिए छात्रों को भी पढ़ाया। इतनी कठिनाइयों के बावजूद भी उन्होंने कभी उम्मीद नहीं छोड़ी। उम्मुल के पिता दुकान में कपड़े बेचते थे।
जब उम्मुल को हड्डियों की बीमारी हुई, तब भी वह निडरता के साथ उस बीमारी से लड़ी। इस बीमारी के कारण उनको 16 फ्रैक्चर हुए, जिन्हें ठीक करने के लिए 8 सर्जरी कराईं। इसके बावजूद उन्होंने यूपीएससी में 420वीं रैंक प्राप्त की और 2017 में आईएएस अधिकारी बन गईं।
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परिवार का नहीं मिला सपोर्ट
उन्होंने एक एनजीओ की सहायता से 10वीं कक्षा तक की शिक्षा पूरी की थी। उनका परिवार नहीं चाहता था कि वह अपनी पढ़ाई जारी रखें, जबकि वह पढ़ना चाहती थीं। इसलिए वह घर से भाग गईं और एक झुग्गी बस्ती में रहने लगीं, जहां उन्होंने अपनी शिक्षा का खर्च उठाने के लिए ट्यूशन ली थी।
IAS ने यहां से ली एजुकेशन
उन्होंने 12 वीं कक्षा में 91% अंक हासिल किए, फिर गार्गी कॉलेज से ग्रेजुएशन की। उम्मुल ने उसी संस्थान में MPhil/PhD करने से पहले JNU के स्कूल ऑफ इंटरनेशनल स्टडीज से MA पूरा किया। इसी समय उन्होंने UPSC की तैयारी भी शुरू कर दी।