Craving Spicy Food: कई लोगों को अधिक मीठा और फिका खाना पसंद होता है, तो वहीं कई लोगों को मसालेदार और तीखा खाना पसंद होता है। घर का खाना हो या बाहर का खाना तीखा और मसालेदार टेस्ट के बिना अधूरा माना जाता है। अगर आपको भी तीखे की क्रेविंग होती है, तो सावधान हो जाइए। कभी-कभी तीखा खाना सही हो सकता है, लेकिन अगर आपको लगातार तीखे की क्रेविंग हो रही है, तो इसके कई कारण हो सकते हैं।तीखा खाने की इच्छा सिर्फ स्वाद ही नहीं, बल्कि हमारे शरीर में बढ़ती कई बीमारियों के संकेत भी हो सकते हैं। आइए जानते हैं कि इसके क्या-क्या कारण हो सकते हैं।
तनाव के कारण
अगर आप कई दिनों से परेशान है या आप तनाव के शिकार हैं, तो आपको तीखा खाने की क्रेविंग होती है। ऐसे में तीखा खाने से कई लोगों को खुशी मिल सकती है। पुबमेड सेंट्रल की रिसर्च के अनुसार तीखे खाने में पाया जाने वाला केमिकल कैप्सेसिन आपको राहत प्रदान कर सकता है। जब आपको तनाव, उदासी या डिप्रेशन में होता है, तो तीखा खाने से आपको आराम मिल सकता है।
ये भी पढ़ें- 21 दिनों तक लगातार खाली पेट पानी पीने के होते हैं ये फायदे, कई बीमारियां रहती हैं दूर
डाइट प्लान में बदलाव
एक अच्छी डाइट में सभी पोषक तत्वों के साथ टेस्टी चीजों को भी शामिल करना जरूरी होता है। लेकिन अगर आप अपनी डाइट से तीखे खाने को हटाना चाहते हैं, तो आपको इसकी ज्यादा क्रेविंग होने की संभावना भी हो सकती है। नेशनल लाइब्रेरी ऑफ मेडिसिन के अनुसार, अल्पकालिक भोजन की कमी से आप जिस भी खाने से परहेज करते हैं, उसके लिए आपकी इच्छा कई गुना बढ़ सकती है।
शरीर का तापमान बढ़ना
तीखा खाने की क्रेविंग हमारे शरीर के तापमान पर भी डिपेंड करता है। जिस तरह खड़े मसाले हमारे शरीर को गर्माहट देते हैं। उसी तरह कुछ मसाले शरीर को ठंडा रखने में भी मदद कर सकते है, क्योंकि तीखा खाने से पसीना आता है। जो शरीर को ठंडा करने में मदद करता है। कई बार शरीर का तापमान बढ़ जाता है, जो तीखा खाने की क्रेविंग को बढ़ाता है।
हेल्थ में बदलाव
कई मामलों का इस्तेमाल सर्दी-जुकाम में अच्छा माना जाता है। इसलिए खड़े मसालों का इस्तेमाल काढ़ा और दवा बनाने में किया जाता है। हेल्थ प्रॉब्लम होने पर हमारा कुछ मसालेदार खाने का मन होता है। साथ ही यह नेचुरल मेडिसिन की तरह काम करते हैं। इसलिए मौसम में बदलाव या नजले की समस्या में तीखा खाना अच्छा माना जाता है।
प्रेगनेंसी में क्रेविंग
प्रेगनेंसी के दौरान कई चीजों की क्रेविंग होती है। ऐसे ही तीखा खाने का मन होना भी प्रेगनेंसी की क्रेविंग से जुड़ा हो सकता है। जर्नल ऑफ ह्यूमन न्यूट्रिशन एंड डाइटेटिक्स ने गर्भवती महिलाओं पर स्टडी की। जिससे ये पता चला की 3.3 प्रतिशत महिलाओं को तीखा और मसालेदार खाने की क्रेविंग होती है।
ये भी पढ़ें- 18 से 75 साल की उम्र के बीच कितना चलना है सही? जानें उम्र अनुसार चलने के फायदे
Disclaimer: ऊपर दी गई जानकारी पर अमल करने से पहले विशेषज्ञों से राय अवश्य लें। News24 की ओर से जानकारी का दावा नहीं किया जा रहा है।









