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Cancer Symptoms: ब्रेस्ट कैंसर के हार्मोनल संकेतों को न करें इग्नोर, जानें क्या कहते हैं एक्सपर्ट

Cancer Symptoms: अगर आप ब्रेस्ट कैंसर जैसी गंभीर बीमारियों से बचना चाहते हैं, तो इसके शुरुआती संकेत को पहचानना बहुत जरूरी हो जाता है, ताकि समय रहते इसका इलाज करवाया जा सके।

Author Edited By : Shivani Jha Updated: Dec 31, 2024 12:28
Cancer Symptoms

Cancer Symptoms: आज के समय में कैंसर का खतरा तेजी से फैल रहा है, जो एक आम बात बिल्कुल भी नहीं है। इसी में से एक ईआर-पॉजिटिव ब्रेस्ट कैंसर है, जिसे हार्मोन पॉजिटिव स्तन कैंसर भी कहा जाता है। ईआर-पॉजिटिव ब्रेस्ट कैंसर तब होता है जब एस्ट्रोजन कैंसर कोशिकाओं के अंदर प्रोटीन से जुड़ता है, जिससे कोशिकाएं बढ़ने लगती हैं। यह तब भी हो सकता है जब एस्ट्रोजन और एक अन्य हार्मोन, प्रोजेस्टेरोन, कैंसर कोशिकाओं के अंदर प्रोटीन से जुड़ते हैं। हाई प्रोजेस्टेरोन स्तन कैंसर पीआर-पॉजिटिव स्तन कैंसर होता है। आइए जानते हैं कि इसके क्या-क्या संकेत होते हैं?

क्या कहते हैं एक्सपर्ट? 

मुंबई के बोरीवली में एचसीजी कैंसर सेंटर में कंसल्टेंट-सर्जिकल ऑन्कोलॉजी और ब्रेस्ट ऑनकोप्लास्टिक सर्जन डॉ. भाविशा घुघरे ने बताया कि महिलाओं में हार्मोनल उतार-चढ़ाव उनके जीवन हिस्सा है, जो यौवन,पीरियड्स, गर्भावस्था और मेनोपॉज के दौरान होता है। हालांकि, इनमें से कुछ बदलाव स्तन कैंसर के शुरुआती लक्षणों का संकेत दे सकते हैं, इसलिए इन पर ध्यान देना जरूरी है। इन संकेतों को जल्दी पहचानना और समय पर इलाज करना आपकी जान बचा सकती है।

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हार्मोनल परिवर्तन स्तन कैंसर का कारण कैसे बन सकते हैं?

डॉ. भाविशा घुघरे ने बताया कि महिलाओं का शरीर लगातार विकसित होता रहता है और एस्ट्रोजन, प्रोजेस्टेरोन और टेस्टोस्टेरोन जैसे सेक्स हार्मोन इन बदलाव को संचालित करने वाले सोर्स हैं। यह जीवन के कई चरणों में अनोखा बदलाव लाता है। इस तथ्य के बावजूद कि ये बदलाव सामान्य हैं, इस बात की संभावना हो सकती है कि वे स्तन कैंसर जैसी हेल्थ समस्याओं के खतरे को बढ़ा सकते हैं। महिलाओं को अपने जीवन के कई चरणों जैसे यौवन, गर्भावस्था और मेनोपॉज के दौरान हार्मोनल बदलाव का भी अनुभव होता है।

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ब्रेस्ट कैंसर का संकेत

1. स्तन के आकार में अचानक बदलाव।

2. स्तन में गांठ या मोटापा, जो पीरियड्स के दौरान बनता है।

3. स्तन या निप्पल की स्किन में बदलाव जैसे कि गड्ढे, सिकुड़न, पपड़ी या सूजन होना।

4. त्वचा के नीचे सख्त फील होना।

5. निप्पल से खून के धब्बे या साफ तरल पदार्थ का निकलना।

ब्रेस्ट कैंसर के इलाज

1. कीमोथेरेपी

2. हार्मोन थेरेपी

3. सर्जरी

4. एरोमाटेज इनहिबिटर्स

5. रेडिएशन थेरेपी

6. ल्यूटिनाइजिंग हार्मोन-रिलीजिंग हार्मोन एगोनिस्ट

7. एस्ट्रोजन रिसेप्टर मॉड्यूलेटर

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Disclaimer: ऊपर दी गई जानकारी पर अमल करने से पहले विशेषज्ञों से राय अवश्य लें। News24 की ओर से जानकारी का दावा नहीं किया जा रहा है।

First published on: Dec 30, 2024 08:54 PM

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