Adult Movies Addiction: लत किसी भी चीज की खतरनाक होती है, आजकल पॉर्न यानी अश्लील फिल्में देखने की लत से दुनियाभर में कई लोग परेशान है। इसकी लत के बारे में पता लगाना काफी मुश्किल होता है, यह समस्या धीरे-धीरे कब एडिक्शन का रूप ले लेती है इंसान को पता ही नहीं चल पाता। पॉर्न की लत के शुरुआती लक्षण को लेकर मनोरोग विशेषज्ञ ने कई बड़े खुलासे किए हैं।
किस उम्र के लोगों को होती है पॉर्न देखने की इच्छा
हालांकि, इसे देखने की समस्या से कोई भी किसी भी उम्र में पीड़ित हो सकता है, मगर किशोरावस्था के बच्चे इसकी ओर ज्यादा आकर्षित होते हैं। शादीशुदा जोड़े में भी पॉर्न एक नई परेशानी की तरह उभर रहा है, अक्सर पतियों को भी ऐसी फिल्में देखने की आदत हो जाती है जिसके चलते पति-पत्नी के रिश्ते बिगड़ने लगते हैं।
क्या कहते हैं एक्सपर्ट्स?
यूके के एडिक्शन ट्रीटमेंट ग्रूप के अनुसार पतियों में अश्लील फिल्में देखने के मामले कोविड के बाद से बढ़ गए हैं। इस ऑर्गेनाइजेशन के अनुसार पॉर्न लत दुनिया की दूसरी सबसे बड़ी लत है जिसमें पेंडेमिक के दौरान और बाद में शादीशुदा मर्दों की गिनती बढ़ गई है।
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पत्नियों को कैसे पता चला इस बारे में
आमतौर पर बीवियों को पतियों की इस लत के बारे में लैपटॉप और फोन की ब्राउजिंग हिस्ट्री से पता चला था। कई बार पत्नियों के साथ ऐसी स्थितियां पैदा हुई जहां वे अपने पति व परिवार के साथ वेकेशन पर होती है लेकिन वहां भी उनके पति अधिकतर समय बाथरूम में बिताते थे। जाहिर है इस कारण पति-पत्नी के रिश्तों में खटास पैदा हो ही जाती है। महिलाएं स्वयं को कम खूबसूरत, सेक्सी और कम आकर्षक समझने लगती हैं।
पॉर्न की लत के कैसे लक्षण होते हैं
-पति-पत्नी के बीच शारीरिक संबंध में कमी होना पॉर्न देखने का एक साइन हो सकता है।
-कुछ पति बिना पॉर्न देखे सेक्स करने में असमर्थ महसूस करते हैं।
-आदमियों का जरूरत से ज्यादा समय टॉयलेट में बिताना भी एक लक्षण है।
-कई बार पति पॉर्न देखने के इतने आदी हो जाते हैं कि वे अपने रोजाना अंडरवियर्स को बदलकर चटक और रंगीन रंगों के अंडरपैंट्स पहनने के शौकीन हो जाते हैं।
-किसी भी अवसर में पॉर्न देखने को प्राथमिकता देना भी इस लत को दर्शाता है।
-इंसान में उदासी, चिंता और नींद ना आने की समस्या भी इसके लक्षण हैं।
कैसे पाएं इस लत से छुटकारा
पॉर्न एडिक्शन का सही इलाज डॉक्टरों के पास ही संभव है, वे ही इस बीमारी का सटीक आकलन और उपचार कर सकते हैं। आप इसके लिए किसी मनोचिकित्सक से संपर्क कर सकते हैं। वे आपको पर्याप्त काउंसलिंग के साथ लाइफस्टाइल में कुछ बदलाव भी करवा सकते हैं।
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