China Builds World Highest Bridge Cuts Travel to 5 Minutes: चीन के गुइझोउ में बने सबसे ऊंचे हुआजियांग ग्रैंड कैन्यन ब्रिज खोल दिया है, जिससे घाटी पार करने का समय दो घंटे से घटकर सिर्फ़ पांच मिनट रह गया है. यह ब्रिज ज़मीन से 625 मीटर ऊंचा है और अब दुनिया का सबसे ऊंचा पुल है. तीन साल से ज़्यादा समय में बनकर तैयार हुआ यह पुल घाटी में 1,420 मीटर तक फैला है.
चीन में अब तक हुआजियांग ग्रैंड कैन्यन को पार करने में दो घंटे लगते थे, लेकिन ब्रिज के खुलने से अब केवल पांच में सफर पूरा होगा. ज़मीन से 625 मीटर ऊँचा यह पुल तीन साल में बनकर तैयार हुआ है. इसकी लंबाई 1,420 मीटर है और इसमें उन्नत इंजीनियरिंग तकनीक का इस्तेमाल किया गया है.
लोकल ट्रांसपोर्ट की स्थिति में होगा विस्तृत सुधार
ग्लोबल टाइम्स की रिपोर्ट के अनुसार, इस पुल के बनने से स्थानीय लिंक बढ़ेंगे और आर्थिक तथा सामाजिक विकास को बढ़ावा मिला है. ट्रांसपोर्ट विभाग के प्रमुख झांग यिन ने एक संवाददाता सम्मेलन में कहा, “हुआजियांग ग्रैंड कैन्यन ब्रिज के खुलने से दोनों तटों के बीच यात्रा का समय दो घंटे से घटकर दो मिनट रह गया है. इसके खुलने से लोकल ट्रांसपोर्ट की स्थिति में विस्तृत सुधार होगा तथा क्षेत्रीय आर्थिक और सामाजिक विकास को नई गति मिलेगी. हुआजियांग ग्रैंड कैन्यन ब्रिज 190 किलोमीटर लंबे शांतियन-पुक्सी एक्सप्रेसवे का एक हिस्सा है, जिसे दक्षिण-पश्चिमी चीन में क्षेत्रीय संपर्क को बढ़ावा देने के लिए डिज़ाइन किया गया है.
दुनिया का सबसे ऊंचा पुल क्यों
चीन के दक्षिणी पहाड़ी प्रांत गुइझोऊ में एक नदी और गहरी घाटी से 625 मीटर ऊपर बने इस पुल ने दुनिया का सबसे ऊंचा पुल होने का खिताब हासिल कर लिया है तथा इसने पास के बेइपानजियांग ब्रिज को पीछे छोड़ दिया है जो 565 मीटर ऊंचा है और अब दूसरे स्थान पर है. रिपोर्टों के अनुसार, चार लेन वाले इस पुल ने अब विश्व के सबसे ऊंचे पुल तथा पहाड़ी क्षेत्र में बने सबसे बड़े पुल का रिकॉर्ड स्थापित कर दिया है, जिसकी कुल लंबाई 2,890 मीटर है.
सरकारी समाचार एजेंसी शिन्हुआ के अनुसार, विश्व के 100 सबसे ऊंचे पुलों में से लगभग 50 इसी प्रांत में स्थित हैं. बीबीसी की रिपोर्ट के अनुसार, इसी साल अगस्त में इस ब्रिज पर टेस्ट ड्राइव चलाया था, इस दौरान ट्रायल के लिए 96 ट्रकों को निर्धारित स्थानों पर पहुंचाया था.
एफिल टॉवर से भी तीन गुणा ज्यादा वजन
शिन्हुआ की रिपोर्ट के अनुसार, हुआजियांग ग्रैंड कैन्यन ब्रिज के निर्माण में तीन साल से ज़्यादा का समय लगा. 1,420 मीटर लंबे मुख्य पुल के साथ, इसे किसी भी पहाड़ी क्षेत्र में अब तक का सबसे बड़ा पुल बताया जा रहा है.
साउथ चाइना मॉर्निंग पोस्ट की रिपोर्ट के अनुसार, चीन के विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी दैनिक के अनुसार, मुख्य पुल को 93 स्टील ट्रस खंडों से बनाया गया है, जिसका वजन लगभग 22,000 टन है, जो एफिल टॉवर के वजन का तीन गुना है.
हुआजियांग ग्रैंड कैन्यन ब्रिज परियोजना को 21 पेटेंट प्राप्त हुए
साइंस एंड टेक्नोलॉजी डेली के अनुसार, हालिया तकनीकी प्रगति ने प्रमुख पुलों के निर्माण की समय-सीमा को कम कर दिया है. रिपोर्ट में बताया गया है कि नए पुल में डॉपलर लिडार डिटेक्शन, बेईडू डायनेमिक पोजिशनिंग, डिजिटल असेंबली और इंटेलिजेंट ट्रांसपोर्टेशन सिस्टम जैसे उन्नत उपकरण शामिल किए गए हैं.
झांग यिन ने बताया कि पुल के निर्माण के लिए इंजीनियरों को तेज हवाओं और चुनौतीपूर्ण भूगर्भीय भूभाग से उत्पन्न कठिनाइयों से निपटने की आवश्यकता थी.
उन्होंने कहा कि परियोजना को 21 अधिकृत पेटेंट प्राप्त हुए हैं तथा इसकी कुछ तकनीकी प्रगति – जिसमें पवन-रोधी डिजाइन और उच्च ऊंचाई पर निर्माण जैसे क्षेत्र शामिल हैं, को भविष्य की निर्माण परियोजनाओं के लिए राष्ट्रीय मानकों में शामिल किया गया है, साउथ चाइना मॉर्निंग पोस्ट ने रिपोर्ट किया.