Vickky Pahade IAF martyred in Punch Terror Attack: बीते दिन जम्मू-कश्मीर से दिल दहलाने वाली खबर सामने आई। पुंछ में वायुसेना के वाहन पर आतंकी हमला हुआ, जिसमें 5 जवान बुरी तरह से घायल हो गए। वहीं शाम को इलाज के दौरान घायल जवानों में से एक विक्की पहाड़े शहीद हो गए। विक्की की शहादत से परिजनों को गहरा सदमा लगा है। मां से लेकर बीवी, बच्चे और बहन का भी रो-रोकर बुरा हाल है।
2011 में हुए IAF में शामिल
मध्य प्रदेश के छिंदवाड़ा में रहने वाले विक्की पहाड़े ने पढ़ाई पूरी करने के बाद सेना में भर्ती होने का ख्वाब देखा। 2011 में उन्होंने इस सपने को सच कर दिखाया। विक्की पहाड़े 2011 में भारतीय वायुसेना (IAF) का हिस्सा बने थे। विक्की शादीशुदा थे और उनका एक 5 साल का बेटा भी है, जिसका नाम हार्दिक है। ऐसे में विक्की की शहादत की खबर सुनकर पत्नी रीना भी होश खो बैठी हैं।
The CAS Air Chief Marshal VR Chaudhari & all personnel of Indian Air Force salute the braveheart Corporal Vikky Pahade, who made the supreme sacrifice in Poonch Sector, in the service of the nation.
Our deepest condolences to the bereaved family. We stand firmly by your side in… pic.twitter.com/xlFmbqZyix---विज्ञापन---— Indian Air Force (@IAF_MCC) May 5, 2024
दो दिन बाद मनाना था बेटे का जन्मदिन
खबरों की मानें तो कुछ दिन पहले ही विक्की पहाड़े की छोटी बहन की सगाई हुई थी। ऐसे में 1 महीने की लंबी छुट्टी बिताने के बाद विक्की 18 अप्रैल को ड्यूटी पर लौटे थे। वहीं 7 मई को विक्की फिर से छिंदवाड़ा आने वाले थे। दरअसल दो दिन बाद विक्की के बेटे हार्दिक का जन्मदिन है। इसलिए विक्की ने पहले ही छुट्टी के लिए आवेदन दे दिया था और वो 7 मई को छिंदवाड़ा पहुंचकर बेटे को सरप्राइज देना चाहते थे।
किसने किया हमला
बीते दिन जवानों पर हुए हमले के बाद वायुसेना और आर्मी ने मिलकर इलाके में सर्च ऑपरेशन चलाया है। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार हमले का शक खूंखार आतंकी संगठन लश्कर-ए-तैयबा पर है। दरअसल 2023 में जम्मू कश्मीर के सुरनकोट इलाके में सेना के काफिले पर हमला हुआ था, जिसमें 5 जवान शहीद हो गए थे। इस दौरान अमेरिका की M-4 कार्बन असॉल्ट राइफल का इस्तेमाल करके आतंकियों ने जवानों पर गोलियां चलाई थीं। इस हमले की जिम्मेदारी लश्कर-ए-तैयबा की शाखा PAFF ने ली थी। इस बार भी सेना को शक है कि वायुसेना के वाहन पर हुए हमले के पीछे इसी आतंकी संगठन का हाथ है।