Trump Warned India For Tarrif: अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने भारत को एक बार फिर बड़ी धमकी दी है। राष्ट्रपति ट्रंप ने एक इंटरव्यू में कहा है कि अगले 24 घंटे में वे भारत पर और बड़ा टैरिफ बम गिराएंगे। उन्होंने कहा कि मुझे लगता है कि अगले 24 घंटे में भारत पर लगा टैरिफ बढ़ जाएगा, क्योंकि भारत रूस से तेल खरीद रहा है। युद्ध मशीन को ईंधन दे रहा है। अगर वे ऐसा करते रहेंगे तो मुझे ज्यादा खुशी नहीं होगी। इसलिए भारत पेनल्टी भुगतने के लिए तैयार रहे।
यह भी पढ़ें: डोनाल्ड ट्रंप ने बढ़ाई टैरिफ लागू करने की डेडलाइन, किस देश में कितना टैरिफ? लिस्ट आई सामने
एक अगस्त से लगाया 25 प्रतिशत टैरिफ
बता दें कि अमेरिका ने भारत पर एक अगस्त 2025 से 25 प्रतिशत टैरिफ लगा दिया है। टैरिफ भारत के द्वारा अमेरिका को किए जाने वाले सभी निर्यातों पर लागू होगा। साल 2024 में अमेरिका को भारत ने $87 बिलियन का निर्यात किया था, लेकिन साल 2024 में अमेरिका को भारत के साथ आयात निर्यात करने से $45.7 बिलियन का व्यापार घाटा हुआ है। इसलिए अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने अमेरिका के व्यापार असंतुलन को ठीक करने और अमेरिकी हितों को बढ़ावा देने के लिए टैरिफ लगाने का कदम उठाया है। राष्ट्रपति ट्रंप रूस से तेल और हथियार खरीदने के कारण भारत से नाराज हैं।
यह भी पढ़ें: ट्रंप के टैरिफ से भारत को कितना नुकसान? इस सेक्टर पर पड़ेगा सबसे ज्यादा असर
भारत पर क्या असर पड़ेगा?
बता दें कि अमेरिका iPhone का सबसे बड़ा निर्यातक है। साल 2025 की दूसरी तिमाही में अमेरिका ने 44% आईफोन का निर्यात भारत से किया, लेकिन टैरिफ लगने से स्मार्टफोन और इसके पार्ट्स की कीमतें प्रभावित होंगी। कपड़ा और गहने-रत्न इंडस्ट्री में लाखों भारतीयों को रोजगार मिलता हैं, लेकिन टैरिफ का असर इन सेक्टर में रोजगार पर पड़ सकता है। ऑटोमोबाइल और पार्ट्स के सेक्टर में टाटा मोटर्स और भारत फोर्ज जैसी कंपनियों को मांग में कमी आने का डर है। फार्मास्यूटिकल्स और सेमीकंडक्टर्स प्रोडक्ट वर्तमान में टैरिफ के दायरे में नहीं हैं, लेकिन इन पर टैरिफ के दीर्घकालिक प्रभाव संभव हैं।
यह भी पढ़ें: अमेरिका से ये 5 चीजें खरीदता है भारत; ट्रंप के टैरिफ से किसे नुकसान?
भारत ने क्या दिया जवाब?
अमेरिका के राष्ट्रपति ट्रंप द्वारा लगाए गए टैरिफ से क्या प्रभाव पड़ेंगे, भारत सरकार इसका अध्ययन कर रही है। द्विपक्षीय व्यापार समझौते (BTA) पर बातचीत कर रही है, जिसका लक्ष्य अमेरिका के साथ साल 2030 तक $500 बिलियन का द्विपक्षीय व्यापार करना है। भारत ने रूस के साथ अपनी एनर्जी और डिफेंस डील को राष्ट्रीय हितों के लिए महत्वपूर्ण बताया है और कहा है कि भारत अपने राष्ट्रीय हितों से समझौता नहीं करेगा। भारत ने पहले कुछ अमेरिकी उत्पादों बॉर्बन व्हिस्की और मोटरसाइकिल पर लगा टैरिफ कम किया है, लेकिन एग्रीकल्चर और डेयरी प्रोडक्ट्स पर लगे टैरिफ बरकरार रहेंगे।