कुमार गौरव, नई दिल्ली: आज संसद में पेट्रोल डीजल की बढ़ी कीमतों पर हंगामा हुआ। सरकार के जवाब से असंतुष्ट विपक्ष ने इस मुद्दे पर हंगामा करते हुए सदन से वॉकआउट भी किया। प्रश्नकाल के दौरान में एक सांसद के द्वारा पूछे गए सवाल के जवाब ने केंद्रीय पेट्रोलियम मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने कहा कि, वैश्विक स्तर के मुकाबले भारत में पेट्रोल डीजल की कीमतों में काफी कम बढ़ोतरी हुई है।
केंद्रीय पेट्रोलियम मंत्री हरदीप पुरी ने बताया कि अंतर्राष्ट्रीय बाजार में पिछले दो साल में कच्चे तेल की कीमत में 100 प्रतिशत से अधिक की बढ़ोतरी हुई है। जबकि इसकी तुलना में पिछले दो साल में भारत में पेट्रोल और डीजल के मूल्य में केवल 18.95 प्रतिशत और 26.5 प्रतिशत की ही बढ़ोतरी हुई है। हरदीप सिंह पुरी ने दावा किया दूसरे देशों के मुकाबले भारत में सबसे कम बढ़ोतरी हुई है। पेट्रोलियम मंत्री ने अमेरिका का हवाला देते हुए बताया कि वहां पेट्रोल डीजल की कीमतों में 144 फ़ीसदी की बढ़ोतरी हुई है जबकि भारत में इससे काफी कम बढ़ोतरी हुई है।
पेट्रोलियम मंत्री हरदीप पुरी के जवाब से विपक्ष के सांसद और संतुष्ट दिखे और उन्होंने हरदीप पुरी से सवाल पूछना शुरू किया। जवाब में पेट्रोलियम मंत्री हरदीप पुरी कहा कि, आम आदमी को पेट्रोल डीजल की बढ़ती कीमत से राहत देने के लिए के लिए,केंद्र की मोदी सरकार ने 2021-22 में केंद्रीय उत्पाद शुल्क में दो बार कमी की है। साथ साथ उन्होंने विपक्ष पर निशाना साधते हुए कहा कि ,केंद्र सरकार द्वारा उत्पाद शुल्क में कटौती के बाद ,बीजेपी और दूसरे दलों द्वारा शासित राज्यो ने भी वैट की दरों को कटौती की है । इससे आम जनता को राहत मिली है ।
हरदीप पुरी ने राज्यो का नाम लेते हुए कहा कि केंद्र के द्वारा उत्पाद शुल्क हटाए जाने के बाद पश्चिम बंगाल, तमिलनाडु, तेलगांना, झारखंड, आंध्र प्रदेश और केरल की राज्य सरकारों ने जनता को राहत देने के लिए वैट की दरों में कोई कमी नहीं की। इस वजह से उन राज्यों में जनता को कम राहत मिली। केंद्रीय पेट्रोलियम मंत्री हरदीप पुरी के इस बयान के बाद विपक्षी दलों ने लोकसभा में हंगामा हुआ और फिर वाईएसआर कांग्रेस,लेफ्ट, कांग्रेस, तृणमूल कांग्रेस, डीएमके और टीआरएस के सांसदों ने सरकार के।विरोध में लोक सभा से वॉकआउट किया ।