केंद्रीय मंत्री किरेन रिजिजू ने रविवार को सड़क सुरक्षा के महत्व पर जोर देते हुए कहा कि यह देश के सभी नागरिक के लिए एक महत्वपूर्ण चिंता का विषय है। न्यूज एजेंसी एएनआई से बात करते हुए उन्होंने दुर्घटनाओं को रोकने के लिए यातायात नियमों का पालन करने की आवश्यकता पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि भारत में दुनिया भर में सबसे अधिक सड़क दुर्घटनाएं दर्ज की जाती हैं।
‘देश में होती है सबसे ज्यादा दुर्घटनाएं’
रिजिजू ने कहा, ‘सड़क सुरक्षा हर नागरिक के लिए काफी महत्वपूर्ण है। जब आप सड़क पर निकलते हैं तो दुर्घटनाओं को रोकने के लिए कई नियम होते हैं। दुनिया में सबसे ज्यादा सड़क दुर्घटनाएं हमारे देश में होती हैं। यह चिंता का विषय है।’ उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी कहा है कि सड़क दुर्घटनाओं को रोकने के लिए जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किए जाने चाहिए। यह बात संसदीय मामलों के केंद्रीय मंत्री रिजिजू ने कई केंद्रीय मंत्रियों और सांसदों के साथ आज भारत के कॉन्स्टिट्यूशन क्लब में आयोजित सांसदों की कार रैली 2025 में शामिल होने के बाद कही।
सड़क दुर्घटना में करीब दो लाख लोगों की मौत
इससे पहले केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने बताया कि भारत में लगभग 4,80,000 सड़क दुर्घटनाएं हुई हैं। उन्होंने बताया कि इन दुर्घटनाओं में 1,80,000 मौतें हुईं और लगभग 4 लाख लोग गंभीर रूप से घायल हुए। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि इन मौतों में से 1,40,000 मौतें 18 से 45 वर्ष की आयु के व्यक्तियों की हुईं, इनमें दोपहिया वाहन चालकों और पैदल यात्रियों की संख्या ज्यादा है।
दुर्घटनाओं की बढ़ती संख्या इंजीनियरों को ठहराया जिम्मेदार
इसके अलावा गडकरी ने बताया कि इन दुर्घटनाओं से देश के सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) में करीब 3 प्रतिशत आर्थिक नुकसान होता है। मंत्री ने सड़क दुर्घटनाओं की बढ़ती संख्या के लिए इंजीनियरों को भी जिम्मेदार ठहराया, इसके लिए सड़क अवसंरचनाओं की अपर्याप्त योजना और डिजाइन के साथ-साथ घटिया विस्तृत परियोजना रिपोर्ट (डीपीआर) को जिम्मेदार ठहराया।
2030 तक दुर्घटना दर 50 प्रतिशत तक कम करने का लक्ष्य
उन्होंने सड़क सुरक्षा के लिए सरकार की प्रतिबद्धता की पुष्टि करते हुए कहा कि वर्ष 2030 तक दुर्घटना दर को 50 प्रतिशत तक कम करने का लक्ष्य रखा गया है। केंद्रीय मंत्री ने सड़क दुर्घटनाओं के महत्वपूर्ण मुद्दे से निपटने के लिए उद्योग और सरकार के बीच एक ठोस प्रयास का आह्वान किया। उन्होंने सड़क सुरक्षा को बढ़ाने के लिए प्रभावी रणनीति विकसित करने के उद्देश्य से इनोवेटिव कोलेब्रेशन की आवश्यकता पर जोर डाला। साथ ही शिक्षा की महत्वपूर्ण भूमिका पर जोर देते हुए उन्होंने व्यापक प्रशिक्षण कार्यक्रमों की वकालत की।