UK Visas For Indians: ब्रिटेन के प्रधानमंत्री ऋषि सुनक ने भारत के युवा पेशेवरों को हर साल ब्रिटेन में काम करने के लिए 3,000 वीजा देने की हरी झंडी दे दी है। ब्रिटिश सरकार ने कहा कि भारत इस तरह की योजना से लाभान्वित होने वाला पहला देश है।
यूके के प्रधानमंत्री कार्यालय ने कहा, “आज यूके-इंडिया यंग प्रोफेशनल्स स्कीम की पुष्टि की गई, जिसमें 18-30 वर्षीय डिग्री-शिक्षित भारतीय नागरिकों को यूके में आने और दो साल तक काम करने के लिए 3,000 स्थानों की पेशकश की गई।”
अभी पढ़ें – G20 Summit 2022: अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने ठोकी ‘सलामी’ तो PM मोदी ने ऐसे स्वीकार किया अभिवादन
डाउनिंग स्ट्रीट रीडआउट में यह घोषणा सुनक द्वारा जी20 शिखर सम्मेलन के 17वें संस्करण के मौके पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात के कुछ घंटे बाद की गई। पिछले महीने भारतीय मूल के पहले ब्रिटिश पीएम के पद संभालने के बाद यह उनकी पहली बैठक थी।
ब्रिटेन 18-30 साल के शिक्षित भारतीय नागरिकों को 3,000 वीजा देगा
◆ ऋषि सुनक और PM मोदी की कल G-20 में मुलाक़ात हुई थी @RishiSunak @narendramodi pic.twitter.com/sufm3ORWeE
— News24 (@news24tvchannel) November 16, 2022
नई यूके-इंडिया यंग प्रोफेशनल्स स्कीम के तहत, यूके 18-30 वर्षीय डिग्री-शिक्षित भारतीय नागरिकों को यूके में आने और यूके में दो साल तक रहने और काम करने के लिए सालाना 3,000 स्थानों की पेशकश करेगा। डाउनिंग स्ट्रीट ने एक बयान में कहा, “योजना का शुभारंभ भारत के साथ हमारे द्विपक्षीय संबंधों और भारत-प्रशांत क्षेत्र के साथ मजबूत संबंध बनाने के लिए यूके की व्यापक प्रतिबद्धता दोनों के लिए एक महत्वपूर्ण क्षण है।”
अभी पढ़ें – India-China: चीन को मुंहतोड़ जवाब देने के लिए सेना ने पूर्वी लद्दाख में किए खास इंतजाम
यूके में इंटरनेशनल छात्रों में से एक चौथाई इंडिया से
कहा गया है कि भारत-प्रशांत क्षेत्र के लगभग किसी भी देश की तुलना में ब्रिटेन के भारत के साथ अधिक संबंध हैं। यूके में सभी अंतरराष्ट्रीय छात्रों में से लगभग एक चौथाई भारत से हैं, और यूके में भारतीय निवेश पूरे यूके में 95,000 नौकरियों का समर्थन करता है।
यूके वर्तमान में भारत के साथ एक व्यापार समझौते पर बातचीत कर रहा है, अगर सहमती बन जाती है तो यह भारत द्वारा किसी यूरोपीय देश के साथ किया गया अपनी तरह का पहला सौदा होगा। व्यापार सौदा यूके-भारत व्यापारिक संबंध पर आधारित होगा, जो पहले से ही 24 बिलियन पाउंड का है।
अभी पढ़ें – देश से जुड़ी खबरें यहाँ पढ़ें