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ट्रंप और पुतिन की मुलाकात का भारत ने किया स्वागत, यूक्रेन से संघर्ष जल्द हो खत्म

अमेरिका के अलास्का में डोनाल्ड ट्रंप और पुतिन की मुलाकात सकारात्मक रही है। मीडिया रिपोर्ट में ऐसा दावा किया जा रहा है। इस बीच विदेश मंत्रालय की भी इस पर प्रतिक्रिया सामने आई है। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने कहा कि बातचीत और कूटनीति से ही शांति का रास्ता निकल सकता है।

Author Written By: News24 हिंदी Author Published By : Md Junaid Akhtar Updated: Aug 16, 2025 23:33
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ट्रंप और पुतिन की मुलाकात का भारत ने स्वागत किया।

अमेरिका के अलास्का में डोनाल्ड ट्रंप और रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के बीच बैठक का भारत ने स्वागत किया है। शनिवार को विदेश मंत्रालय ने इस बैठक का स्वागत किया है। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने कहा कि भारत अलास्का में ट्रंप और पुतिन के बीच समिट बैठक का स्वागत करता है। भारत बैठक के दौरान दोनों नेताओं के बीच शांति को लेकर हुई बैठक की सराहना करता है। दुनिया रूस और यूक्रेन के बीच चल रहे संघर्ष को जल्द ही खत्म देखना चाहती है। अब आगे का रास्ता का केवल बातचीत और कूटनीति से ही निकल सकता है।

ट्रंप और पुतिन के बीच 3 घंटे तक हुई बातचीत

अलास्का के एंकोरेज में ट्रंप और पुतिन के बीच मुलाकात हुई है। यूक्रेन से सीजफायर और अन्य मामलों को लेकर दोनों नेताओं के बीच करीब 3 घंटे तक वार्ता बातचीत का दौर चला है। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, दोनों नेताओं के बीच मुलाकात सकारात्मक रही है, लेकिन रूस-यूक्रेन के बीच सीजफायर पर सहमति नहीं बन पाई है। इसे लेकर दोनों नेताओं में से किसी ने भी सार्वजनिक तौर पर कोई बयान नहीं दिया है। माना जा रहा है कि ट्रंप और पुतिन के बीच कुछ बातों पर सहमति बन गई है। अगली मुलाकात में सीजफायर पर भी दोनों नेताओं के बीच सहमति बन सकती है।

जेलेंस्की के साथ वाशिंगटन में होगी बैठक

डोनाल्ड ट्रंप रविवार को जेलेंस्की के साथ वाशिंगटन में बैठक करने वाले हैं। पुतिन से मुलाकात के दौरान हुई बातचीत के बारे में ट्रंप जेलेंस्की को बताएंगे। जिसके बाद जेलेंस्की इस पर फैसला लेंगे। दरअसल, रूस ने यूक्रेन की जिस जमीन पर कब्जा किया है वो उसे छोड़ने के लिए तैयार नहीं है। रूस किसी भी हालत में कब्जाई हुई जमीन को नहीं छोड़ना चाहता है। वहीं यूक्रेन रूस से जमीन वापस लेना चाहता है। पुतिन और जेलेंस्की के बीच इसी बात को लेकर ठनी हुई है। माना जा रहा है कि रविवार को ट्रंप मुलाकात के दौरान जेलेंस्की पर जमीन छोड़ने के लिए दबाव बना सकते हैं। जिसके बाद सीजफायर कराया जा सके।

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जेलेंस्की ने ट्रंप से फोन पर की है बातचीत

वहीं शनिवार को जेलेंस्की की ट्रंप से फोन पर लंबी बातचीत हुई। जेलेंस्की ने कहा कि शनिवार को हमारी लंबी बातचीत हुई। यूक्रेन त्रिपक्षीय बैठक (रूस, यूक्रेन और अमेरिका) के लिए तैयार है। ट्रंप के इस कदम से यूक्रेन को लंबी जद्दोजहद के बाद एक लंबे संघर्ष से आजादी मिलेगी।

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यूक्रेन शांति स्थापना के लिए तैयार

जेलेंस्की ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर एक पोस्ट शेयर कर लिखा- यूक्रेन शांति स्थापना के लिए हर संभव प्रयास करने को पूरी तरह तैयार है। हम राष्ट्रपति ट्रंप द्वारा रूस, यूक्रेन और अमेरिका के बीच त्रिपक्षीय वार्ता का समर्थन करते हैं। यह बैठक हमारे बीच मुख्य मुद्दों पर चर्चा के लिए एक बेहतर विकल्प साबित हो सकती है।

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First published on: Aug 16, 2025 04:27 PM

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