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TMC ने गुजरात के यूसुफ पठान को क्यों बनाया उम्मीदवार? अधीर रंजन चौधरी के खिलाफ क्या है राजनीतिक समीकरण

TMC Candidates List For Lok Sabha Election 2024 : देश में कुछ ही दिनों में लोकसभा चुनाव का बिगुल बजने वाला है। इसे लेकर राजनीतिक दलों ने अपनी तैयारी तेज कर दी है। पश्चिम बंगाल में ममता बनर्जी ने लिस्ट जारी की, जिसमें कांग्रेस सांसदों के खिलाफ प्रत्याशी घोषित किए गए हैं।

Edited By : Deepak Pandey | Updated: Mar 10, 2024 18:16
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Yusuf Pathan-Adhir Ranjan Chaudhary
अधीर रंजन चौधरी के खिलाफ टीएमसी से यूसुफ पठान बनाए गए उम्मीदवार।

TMC Candidates List For Lok Sabha Election 2024 : लोकसभा चुनाव 2024 को लेकर राजनीतिक दलों ने अपनी-अपनी रणनीति बना ली है। सीएम ममता बनर्जी ने पहले ही पश्चिम बंगाल में अकेले चुनाव लड़ने की घोषणा की थी। इसी क्रम में तृणमूल कांग्रेस (TMC) ने रविवार को राज्य की सभी 42 लोकसभा सीटों के लिए उम्मीदवारों की लिस्ट जारी कर दी। टीएमसी ने कांग्रेस के वर्तमान सांसदों के खिलाफ उम्मीदवार उतार दिए हैं।

ममता बनर्जी ने लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता अधीर रंजन चौधरी के खिलाफ गुजरात के रहने वाले पूर्व क्रिकेटर यूसुफ पठान को चुनावी मैदान में उतारा है। वर्तमान में अधीर रंजन चौधरी बहरामपुर लोकसभा सीट से सांसद हैं और इस बार उन्हें टीएमसी से यूसुफ पठान कड़ी टक्कर देंगे। साथ ही टीएमसी ने मालदा दक्षिण से शाहनवाज रेहान को प्रत्याशी बनाया है, जहां कांग्रेस से अबू हासिम खान चौधरी सांसद है।

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वाकयुद्ध में आमने-सामने आ जाते हैं अधीर रंजन और ममता बनर्जी

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विधानसभा चुनाव हो या फिर लोकसभा चुनाव, अधीर रंजन चौधरी और सीएम ममता बनर्जी के बीच जुबानी जंग चलती रहती है। अधीर रंजन पश्चिम बंगाल की कानून व्यवस्था पर सवाल उठाते रहते हैं। कई बार ममता बनर्जी और अधीर रंजन वाकयुद्ध में आमने-सामने भी आ जाते हैं। कहा जाता है कि पश्चिम बंगाल में इंडिया गठबंधन के टूटने की वजह अधीर रंजन चौधरी ही हैं। उनकी वजह से ही कांग्रेस और टीएमसी के बीच सीट शेयरिंग पर सहमति नहीं बन पाई।

1999 से सांसद हैं अधीर रंजन

अधीर रंजन चौधरी साल 1999 से बहरामपुर से सांसद हैं। पिछले लोकसभा चुनाव में उन्होंने टीएमसी के अपूर्ब सरकार (डेविड) को हराया था। अधीर रंजन की अपने संसदीय क्षेत्र में अच्छी पकड़ है। टीएमसी द्वारा यूसुफ पठान को उतारने के पीछे की वजह बहरामपुर मुस्लिम बहुल इलाका है। उन्होंने यूसुफ पठान को टिकट देकर अल्पसंख्यकों को साधने का प्रयास किया।

बहरामपुर की 7 विधानसभा सीटों में से 6 पर टीएमसी का कब्जा

अगर विधानसभा चुनाव की बात करें तो बहरामपुर की सात सीटों में से छह पर टीएमसी का कब्जा है, जबकि एक सीट बीजेपी के पास है। टीएमसी ने नए चेहरे पर दांव लगाया है। गुजरात के रहने वाले यूसुफ पठान श्रीलंका प्रीमियर लीग में खेलते हैं।

टिकट मिलने के बाद क्या बोले यूसुफ पठान

टीएमसी से टिकट मिलने के बाद यूसुफ पठान ने एक्स पर पोस्ट करते हुए लिखा कि सीएम ममता बनर्जी का बहुत-बहुत धन्यवाद, जिन्होंने टीएमसी परिवार में मेरा स्वागत किया और संसद में लोगों की आवाज बनने की जिम्मेदारी के साथ मुझ पर भरोसा किया। जनता के प्रतिनिधि के रूप में गरीबों और वंचितों का उत्थान करना हमारा कर्तव्य है और मुझे उम्मीद है कि हम इसे हासिल कर लेंगे।

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अधीर रंजन ने ममता पर साधा निशाना

कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी ने कहा कि अगर यूसुफ पठान को सम्मानित करना था तो टीएमसी उन्हें राज्यसभा भेजती। अगर ममता बनर्जी की अच्छी सोच होती तो वह गठबंधन से गुजरात से एक सीट मांग कर लेती और वहां से यूसुफ पठान को उम्मीदवार बना देती। यूसुफ पठान को इसलिए उम्मीदवार बनाया गया है, ताकि बीजेपी को मदद मिले और कांग्रेस उम्मीदवार हार जाए।

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Written By

Deepak Pandey

First published on: Mar 10, 2024 06:16 PM

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