Telangana News: तेलंगाना YSRTP चीफ वाईएस शर्मिला की तबीयत बिगड़ने पर उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया है। बता दें कि वाईएस शर्मिला भूख हड़ताल पर हैं। उनकी तबीतय बिगड़ने पर शनिवार देर रात उन्हें जुबली हिल्स के अपोलो अस्पताल में भर्ती कराया गया।
बता दें कि टीआरएस सरकार की ओर से अपनी ‘प्रजा प्रस्थानम पदयात्रा’ आयोजित करने की अनुमति नहीं दिए जाने के विरोध में वाईएस शर्मिला शुक्रवार सुबह से भूख हड़ताल पर हैं।
Telangana| YSRTP Chief YS Sharmila, who was on hunger strike against TRS govt shifted to a local hospital in Hyderabad in the early morning hours
YS Sharmila was on an indefinite fast after she was denied permission by police to hold padayatra pic.twitter.com/VMk42j2qrC
---विज्ञापन---— ANI (@ANI) December 11, 2022
अपोलो अस्पताल के डॉक्टरों के मुताबिक, शर्मिला की सेहत अब स्थिर है। अपोलो अस्पताल के डॉक्टरों ने पहले कहा था कि शर्मिला का ब्लडप्रेशर और ग्लूकोज का स्तर खतरनाक स्तर तक गिर गया है और उन्होंने निर्जलीकरण पर चिंता व्यक्त की जिससे इलेक्ट्रोलाइट असंतुलन हो सकता है।
वाईएस शर्मिला ने लगाया था ये आरोप
इससे पहले शुक्रवार को शर्मिला ने आरोप लगाया था कि अदालत की अनुमति होने के बावजूद पुलिस उन्हें ‘पदयात्रा’ जारी रखने की अनुमति नहीं दे रही है। उन्होंने कहा था, ‘मैं यहां भूख हड़ताल पर बैठी हूं और मांग कर रही हूं कि तेलंगाना में लोकतंत्र की रक्षा की जाए और मुझे अपनी पदयात्रा जारी रखने की अनुमति दी जाए।’
उन्होंने आरोप लगाया कि उनकी बस को जला दिया गया और उनके पैदल मार्च को रोकने के लिए समर्थकों को पीटा गया। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री केसीआर मेरी पदयात्रा को रोकने की पूरी कोशिश कर रहे हैं। मेरी बस को जला दिया गया, मेरे लोगों को पीटा गया और उन्होंने मुझ पर हिंसा का आरोप लगाया। बाद में, उन्होंने मुझे गिरफ्तार कर लिया और मुझे हैदराबाद ले गए। अगले दिन, अदालत ने मुझे पदयात्रा जारी रखने की अनुमति दी। लेकिन, अब पुलिस मुझे इसे आगे ले जाने की अनुमति नहीं दे रही है।
29 नवंबर को भी किया गया था गिरफ्तार
बता दें कि 29 नवंबर को वाईएस शर्मिला की कार को रोककर उन्हें हिरासत में लिया गया था। उनके खिलाफ चोरी, आपराधिक धमकी और सार्वजनिक उपद्रव सहित विभिन्न आरोपों में मामला दर्ज किया गया था और बाद में शाम को एक मजिस्ट्रेट के सामने पेश किया गया।
उन्हें सोमाजीगुड़ा से उस समय हिरासत में लिया गया जब वह मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव के आधिकारिक आवास का घेराव करने के लिए प्रगति भवन जा रही थीं। इसके बाद उसे हैदराबाद के एसआर नगर पुलिस स्टेशन लाया गया।
हिरासत में लिए जाने से पहले पुलिस ने एक क्रेन की मदद से शर्मिला की कार को उठा लिया था। उस दौरान वे कार के अंदर मौजूद थीं। एसआर नगर पुलिस स्टेशन लाए जाने के बाद पुलिस ने कार का दरवाजा तोड़ दिया और उन्हें निकाला। इसके बाद उन्हें उनके कुछ समर्थकों के साथ थाने ले जाया गया।