---विज्ञापन---

तेलंगाना BJP नेता ने पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से दिया इस्तीफा, बोले- मुझे उपेक्षित, अपमानित और नजरअंदाज किया गया

नई दिल्ली: तेलंगाना के भाजपा नेता और पूर्व राज्यसभा सांसद आनंद भास्कर रापोलू ने बुधवार को पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे दिया। उन्होंने आरोप लगाया कि उन्हें पिछले चार वर्षों से राष्ट्रीय भूमिका में उपेक्षित, अपमानित और नजरअंदाज किया गया। 2019 में भाजपा में शामिल हुए रापोलू ने आरोप लगाया कि चुनावी लाभ […]

Edited By : Om Pratap | Updated: Oct 27, 2022 12:11
Share :

नई दिल्ली: तेलंगाना के भाजपा नेता और पूर्व राज्यसभा सांसद आनंद भास्कर रापोलू ने बुधवार को पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे दिया। उन्होंने आरोप लगाया कि उन्हें पिछले चार वर्षों से राष्ट्रीय भूमिका में उपेक्षित, अपमानित और नजरअंदाज किया गया।

2019 में भाजपा में शामिल हुए रापोलू ने आरोप लगाया कि चुनावी लाभ लेने के लिए अब पार्टी की पहचान भयानक और विभाजन पैदा करना है। भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा को भेजे गए अपने दो पेज के इस्तीफे में रापोलू ने कहा कि आपकी पार्टी से अलग होते समय मुझे दोष देना उचित नहीं होगा, लेकिन विनम्रतापूर्वक आप सभी से ईमानदारी से आत्मनिरीक्षण करने का आह्वान करता हूं। कुछ भी सही नहीं हो सकता है, लेकिन प्रयास करना जरूरी है।

---विज्ञापन---

अभी पढ़ें कोयंबटूर कार एलपीजी सिलेंडर विस्फोट की एनआईए जांच की सिफारिश

 

---विज्ञापन---

बीजेपी पर  बंटवारे को बढ़ावा देने का आरोप लगाया

रापोलू ने भाजपा से पूछा कि क्या उसके सिद्धांत ‘वसुधैव कुटुम्बकम’ का कोई पालन है, क्योंकि उन्होंने जोर देकर कहा कि ब्रिटेन में भारतीय मूल का प्रधानमंत्री हैं और अमेरिका में पहले से ही एक भारतीय मूल का उपराष्ट्रपति है। उन्होंने कहा कि जैसा कि मैंने पार्टी के ग्रंथों और दस्तावेजों से सीखा, भाजपा की अपरिवर्तनीय स्थिति सकारात्मक धर्मनिरपेक्षता है, जिसका अर्थ है वसुधैव कुटुम्बकम। क्या इस सिद्धांत का कोई पालन है?

रापोलू ने कहा कि कोरोनावायरस ने गरीबी से त्रस्त श्रमिकों को मुश्किल में डाल दिया था, लेकिन केंद्र ने निर्दयता से दावा किया कि ऑक्सीजन की कमी के बाद कोई मृत्यु नहीं हुई और COVID रोकथाम की उपलब्धियों का जश्न मनाया। उन्होंने आरोप लगाया कि सामाजिक रक्षा, न्याय और अधिकारिता पार्टी की दृष्टि से बहुत दूर हैं और केंद्र पर तेलंगाना के प्रति सौतेला व्यवहार दिखाने और राज्य से कई अवसरों को हथियाने का भी आरोप लगाया।

अभी पढ़ें असदुद्दीन ओवैसी के बयान पर भाजपा का तंज, पूछा- AIMIM को हिजाब पहनने वाली मुखिया कब मिलेगी

आखिर में उन्होंने लिखा कि पिछले चार सालों से राष्ट्रीय भूमिका में मेरी उपेक्षा की गई, अपमानित किया गया, कम आंका गया और बहिष्कृत किया गया। जीवन जीने के अपने व्यक्तिगत तरीके के साथ मैंने सभी पीड़ा को निगल लिया, कोई बात नहीं, अब यह मेरी किस्मत है, मैं विनम्रतापूर्वक भारतीय जन पार्टी की प्राथमिक सदस्यता के लिए इस्तीफा दे रहा हूं।

अभी पढ़ें –  देश से जुड़ी खबरें यहाँ पढ़ें

HISTORY

Edited By

Om Pratap

Edited By

Manish Shukla

First published on: Oct 26, 2022 12:51 PM

Get Breaking News First and Latest Updates from India and around the world on News24. Follow News24 on Facebook, Twitter.

संबंधित खबरें