Chief Justice Speaks On PM’s Ganesh Puja Visit Row: देश के चीफ जस्टिस डीवाई चंद्रचूड़ ने गणेश पूजा में अपने घर पीएम नरेंद्र मोदी के आने पर पहली बार प्रतिक्रिया दी है। बता दें 10 नवंबर को CJI रिटायर हो रहे हैं, इससे पहले उन्होंने राजनेताओं के जजों से मिलने पर बेबाकी से अपनी राय रखी है। मीडिया को दिए बयान में चीफ जस्टिस ने स्पष्ट कहा कि ऐसी बैठकों में कभी भी न्यायिक मामलों पर चर्चा नहीं होती है।
चीफ जस्टिस ने कहा कि मुख्यमंत्रियों और हाई कोर्ट के मुख्य न्यायाधीशों के लिए नियमित बैठकें आयोजित करना एक परंपरा है। इन बैठकों में न्यायालय भवनों, जिलों में न्यायाधीशों के लिए नए आवासों की आवश्यकता आदि मुद्दों पर चर्चा होती है।
ये भी पढ़ें: Maharashtra: वसई से स्नेहा तो बोरीवली से संजय उपाध्याय को टिकट, BJP की लिस्ट में कौन-कौन उम्मीदवार?
“…….इन मुलाक़ात का मतलब यह नहीं होता कि कोई डील हुई है”
---विज्ञापन---◆ CJI चंद्रचूड़ ने कहा
CJI Chandrachud | #Chandrachud pic.twitter.com/DIWp4f8rvH
— News24 (@news24tvchannel) October 28, 2024
चीफ जस्टिस जाते हैं मुख्यमंत्री के घर
चीफ जस्टिस ने कहा कि वे पहले इलाहाबाद उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश रह चुके हैं। वहां वे प्रदेश के मुख्यमंत्री के घर जाते थे और मुख्यमंत्री भी उनके घर आते थे। उनका कहना था कि इन मुलाकातों में अलग-अलग एजेंडों पर चर्चा तय होती थी, मसलन राज्य में 10 प्रोजेक्ट चल रहे हैं तो उनमें इंफ्रास्ट्रक्चर क्या है? बजट क्या है? चर्चा के दौरान मुख्यमंत्री इन प्रोजेक्ट की प्राथमिकताएं बताते थे।
कोर्ट में किसी लंबित मामले के बारे में चर्चा नहीं होती
चीफ जस्टिस ने साफ कहा कि राजनीतिक व्यवस्था काफी परिपक्व है। इन बैठकों के दौरान मुख्यमंत्री कभी भी किसी लंबित मामले के बारे में नहीं पूछते या बात करते हैं। इसके अलावा 15 अगस्त, 26 जनवरी, शादी, श्रद्धांजलि सभा आदि के दौरान मुख्यमंत्री और मुख्य न्यायाधीश एक-दूसरे से मिलते हैं, इससे न्यायिक कार्य पर कोई असर नहीं पड़ता। लोग पूछते हैं कि क्या सौदे हो रहे हैं। जबकि ये मुलाकातें एक मजबूत संवाद का हिस्सा है।
ये भी पढ़ें: अनिल देशमुख के बेटे को मिला टिकट, शरद गुट की NCP की एक और लिस्ट जारी, देखें पूरी List