Rajiv Gandhi Death Anniversary Memoire: आज देश के पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी की पुण्यतिथि है। आज से 33 साल पहले तमिलनाडु के श्रीपेरंबदू में सुसाइड बॉम्बिंग में उनकी हत्या हुई थी। धमाके में राजीव गांधी, सुसाइड बॉम्बर बनी महिला और करीब 14 लोग मारे गए थे। 40 से ज्यादा लोग घायल हुए थे 22 साल की लड़की कलाइवानी राजरत्नम सुसाइड बॉम्बर बनी थी। श्रीलंकाई तमिल अलगाववादी विद्रोही संगठन लिबरेशन टाइगर्स ने यह हमला कराया था। सरकार ने जांच कराई और ट्रायल कोर्ट ने 26 लोगों को मौत की सजा सुनाई। 8 साल चली अदालती लड़ाई के बाद मई 1999 में 19 दोषियों को सुप्रीम कोर्ट ने बरी कर दिया था।
“पापा आपके सपने, मेरे सपने”
◆ पूर्व PM राजीव गांधी की पुण्यतिथि पर उनके बेटे राहुल गांधी ने X पर ट्वीट कर लिखा #RajivGandhi | आधुनिक भारत | Rajiv Gandhi | pic.twitter.com/rcr9bVitKs
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7 दोषियों का क्या हुआ?
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, 19 दोषियों के बरी होने बाद 7 दोषी बचे थे। इनमें से 4 नलिनी, मुरुगन उर्फ श्रीहरन, संथन और पेरारिवलन को मौत की सजा हुई। रविचंद्रन, रॉबर्ट पायस और जयकुमार को उम्रकैद हुई। मौत की सजा पाने वाले चारों दोषियों ने दया याचिका लगाई और मौत की सजा को उम्रकैद में बदलने की मांग की। तमिलनाडु के राज्यपाल ने साल 2011 में नलिनी की मौत की सजा उम्रकैद में बदल दी।
कई याचिकाओं के बाद राष्ट्रपति ने मुरुगन उर्फ श्रीहरन, संथन और पेरारिवलन की मौत की सजा भी उम्रकैद में बदल दी। मुरुगन, जयकुमार और रॉबर्ट को 32 साल की सजा काटने के बाद नवंबर 2022 में हाईकोर्ट ने 2 साल पहले रिहा कर दिया था। अप्रैल 2024 में बाकी की सजा भी पूरी हो गई, जिन्हें रिहा कर दिया गया। फरवरी 2024 में एक दोषी संथन की मौत हो गई थी। आज राजीव गांधी का कोई हत्यारा जेल में नहीं है। वहीं रिहा किए गए हत्यारों को श्रीलंका भेज दिया गया है।
Rahul Gandhi paid tributes to his father and former PM Rajiv Gandhi in his death Anniversary at Veer Bhumi #RememberingRajivGandhipic.twitter.com/TAO84FGwkB
— Ravinder Kapur. (@RavinderKapur2) May 21, 2024
क्या हुआ था 21 मई 1991 को?
राजीव गांधी श्रीपेरंबदूर में चुनावी रैली में आए थे। मंच पर जाते समय रास्ते में कांग्रेस वर्करों और स्कूली बच्चों ने उनका भव्य स्वागत किया। फूल बरस रहे थे कि एक लड़की उनके पास आई और उनका हाथ जोड़कर अभिवादन किया। फिर वह उनके पैर छूने के लिए नीचे झुकी तो उसे रोकने के लिए राजीव गांधी भी झुके, इस दौरान जोरदार धमाका हुआ और भगदड़ मच गई।
घटनास्थल से 16 लोगों की लाशें मिलीं, जिनमें से 2 शव राजीव गांधी और उस लड़की के थे। शव बुरी हालत में थे, लेकिन कपड़ों से मृतकों की पहचान हो गई थी। धमाके में 40 से ज्यादा लोग गंभीर रूप से घायल हुए थे। इस घटना को एक फोटोग्राफर ने कैमरे में कैद किया था, जो धमाके में मारा गया, लेकिन उसका कैमरा पुलिस के हाथ लगा, जिसमें पता चला कि धमाका कैसे और किसने किया?