प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 5 देशों की यात्रा के लिए 2 जुलाई से रवाना होंगे। 8 दिन की विदेश यात्रा में मोदी पहले दिन घाना पहुंचेंगे। प्रधानमंत्री की घाना की पहली द्विपक्षीय यात्रा होगी। बताया जाता है कि पिछले करीब 30 सालों में भारत से घाना की पहली पीएम यात्रा होगी। इन 30 सालों में कोई भी प्रधानमंत्री घाना नहीं गया था।
दो दिवसीय यात्रा पर त्रिनिदाद और टोबैगो पहुंचेंगे मोदी
विदेश मंत्रालय से मिली जानकारी के मुताबिक, पीएम मोदी घाना के राष्ट्रपति से मुलाकात करेंगे। इस दौरान द्विपक्षीय साझेदारी की समीक्षा की जाएगी। इसके अलावा आथिर्क, उर्जा और रक्षा सहयोग के आगे बढ़ाने पर चर्चा की जाएगी। दूसरे चरण में पीएम नरेंद्र मोदी 3 से 4 जुलाई तक दो दिवसीय यात्रा पर त्रिनिदाद और टोबैगो पहुंचेंगे। इस यात्रा के दौरान मोदी इस देश के राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री से मुलाकात करेंगे। इस दौरान मोदी यहां की संसद के संयुक्त सत्र को भी संबोधित कर सकते हैं। इसके अलावा पीएम त्रिनिदाद और टोबैगो के राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री के साथ आर्थिक और दूसरे मुद्दों पर बात करेंगे।
अर्जेंटीना की दो दिवसीय यात्रा होगी खास
विदेश मंत्रालय का कहना है कि पीएम 4 से 5 जुलाई तक अर्जेंटीना में रहेंगे। दो दिवसीय इस यात्रा के दौरान मोदी अर्जेंटीना के राष्ट्रपति जेवियर माइली के साथ रक्षा, कृषि, खनन, तेल और गैस, नवीकरणीय ऊर्जा, व्यापार और निवेश पर बात करेंगे। माना जा रहा है कि इस यात्रा से भारत को कई क्षेत्रों में काफी लाभ होगा।
अपनी यात्रा के चौथे चरण में,
ब्रिक्स शिखर सम्मेलन में लेंगे हिस्सा
मोदी 5 से 8 जुलाई, 2025 तक ब्राजील का दौरा करेंगे। पीएम मोदी ब्राजील के 17वें ब्रिक्स शिखर सम्मेलन में भाग लेंगे। शिखर सम्मेलन रियो डी जेनेरियो में आयोजित किया जाएगा। विदेश मंत्रालय के मुताबिक, ब्राजील के राष्ट्रपति राष्ट्रपति लुईस इनासियो लूला दा सिल्वा के निमंत्रण मोदी ब्राजील जाएंगे। ब्राजील की राजकीय यात्रा के लिए मोदी ब्रासीलिया जाएंगे। जहां वे राष्ट्रपति लूला के साथ व्यापार, रक्षा, ऊर्जा, अंतरिक्ष सहित कई योजनाओं पर बात चर्चा करेंगे।
अंत में नामीबिया जाएंगे पीएम मोदी
प्रधानमंत्री यात्रा के अंतिम चरण में नामीबिया जाएंगे। इस दौरान मोदी नामीबिया के राष्ट्रपतिमोदी राष्ट्रपति नेटुम्बो नंदी-नदैतवा के साथ द्विपक्षीय वार्ता करेंगे। उनके नामीबिया की संसद में भाषण देने की भी उम्मीद है। विदेश मंत्रालय के मुताबिक प्रधानमंत्री की यात्रा नामीबिया के साथ भारत के बहुआयामी और गहरे ऐतिहासिक संबंधों की पुनरावृत्ति है।