PM Modi Mauritius Visit Significance: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मॉरिशस के दौरे पर हैं। इस दो दिवसीय दौरे पर पीएम मोदी मॉरिशस के राष्ट्रीय दिवस समारोह में भी शिरकत करेंगे। कल यानी 12 मार्च को मॉरिशस में 57वां राष्ट्रीय दिवस समारोह मनाया जाएगा। मॉरिशस ने पीएम मोदी को इस समारोह में बतौर चीफ गेस्ट आमंत्रित किया है। मॉरिशस में भी पीएम मोदी का भव्य स्वागत हुआ है। मगर क्या आप जानते हैं कि मॉरिशस भारत के लिए क्यों खास है?
48 हजार करोड़ का व्यापार
भारत और मॉरिशस का द्विपक्षीय व्यापार लगभग 50 करोड़ का है। 2022-23 के आंकड़ों की मानें तो दोनों देशों ने 48,000 करोड़ का व्यापार किया था, जिसमें भारत ने मॉरीशस को 4,000 करोड़ निर्यात किया था और मॉरीशस से 800 करोड़ का आयात किया था। 2005 के बाद दोनों देशों के साझा व्यापार में 132% का उछाल देखने को मिला है।
Landed in Mauritius. I am grateful to my friend, PM Dr. Navinchandra Ramgoolam, for the special gesture of welcoming me at the airport. This visit is a wonderful opportunity to engage with a valued friend and explore new avenues for collaboration in various sectors.
Today, I… pic.twitter.com/Vv2BJNswbT
---विज्ञापन---— Narendra Modi (@narendramodi) March 11, 2025
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समुद्री सुरक्षा पर फोकस
मॉरीशस हिन्द महासागर में रणनीतिक लोकेशन पर मौजूद है। ऐसे में इंडो-पैसिफिक में समुद्री सुरक्षा बढ़ाने में मॉरीशस भारत की मदद कर सकता है। व्हाइट-शिपिंग जानकारी साझा करने के लिए दोनों देशों MoU पर हस्ताक्षर कर सकते हैं। इसके अंतर्गत कमर्शियल और गैर-सैन्य जहाजों की जानकारी दोनों देशों में साझा की जाएगी, जिससे समुद्री सुरक्षा मजबूत होगी।
चागोस आइलैंड का मुद्दा
ब्रिटेन और मॉरीशस के बीच चागोस आइलैंड पर विवाद चल रहा है। पिछले 50 सालों से दोनों देश इस आइलैंड पर अपना दावा करते हैं। इस लड़ाई में भारत मॉरिशस के साथ है। 60 आइलैंड से बने चागोस द्वीप के एक हिस्से पर अमेरिका और ब्रिटेन का साझा मिलिट्री बेस भी मौजूद है।
Deeply touched by the warm welcome from the Indian community in Mauritius. Their strong connection to Indian heritage, culture and values is truly inspiring. This bond of history and heart continues to thrive across generations. pic.twitter.com/kVjPhTixR8
— Narendra Modi (@narendramodi) March 11, 2025
सागर प्रोजेक्ट
हिन्द महासागर में अपनी स्थिति मजबूत करने के लिए भारत ने 2015 में सिक्योरिटी एंड ग्रोथ फॉर ऑल इन द रीजन (सागर) प्रोजेक्ट शुरू किया था। मॉरीशस भी इस प्रोजेक्ट का हिस्सा है। भारत ने अगालेगा द्वीप पर मिलिस्ट्री बेस का इन्फ्रास्ट्रक्चर तैयार किया है। यह द्वीप मॉरीशस के बेहद करीब है। यहां से भारत खासकर चीनी जहाजों और पनडुब्बियों पर नजर रख सकते हैं।
मॉरिशस है मिनी इंडिया
मॉरिशस में भारतीय मूल के लोगों की आबादी काफी ज्यादा है। मॉरीशस की कुल आबादी में 52% हिन्दू हैं। इनमें ज्यादातर लोग भारतीय मूल के हैं। यही वजह है कि मॉरीशस को मिनी इंडिया भी कहा जाता है। 2 नवंबर 1834 को एटलस नामक जहाज भारत से मॉरीशस के लिए रवाना हुआ था। इस जहाज में बड़ी संख्या में भारतीय प्रवासी मजदूर थे। इसी दिन की याद में मॉरीशस में आज भी 2 नवंबर को अप्रवासी दिवस मनाया जाता है।
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