PM Modi At RSS Centenary Celebrations: आरएसएस के 100 वर्ष पूरे होने पर आज दिल्ली में संस्कृति मंत्रालय द्वारा एक कार्यक्रम का आयोजन किया गया था. इस अवसर पर पीएम मोदी ने भी शिरकत थी. यहां प्रधानमंत्री मोदी ने नए 100 रुपये के सिक्के और डाक टिकट भी जारी किया जिस पर भारत माता की तस्वीर छपी हुई थी. अपने भाषण की शुरुआत उन्होंने देशवासियों को विजयदशमी की शुभकामना देते हुए की. पीएम के आज के भाषण में ये 5 बातें महत्वपूर्ण थी.
1.नवरात्रि और विजयादशमी का संदेश
पीएम मोदी ने विजयादशमी को अन्याय पर न्याय, असत्य पर सत्य और अंधकार पर प्रकाश की जीत का प्रतीक बताया है. वे बोले आज महानवमी है, आज देवी सिद्धिदात्री का दिन है. इस अवसर पर मैं सभी देशवासियों को नवरात्रि की बधाई देता हूं.
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2.दशहरा पर RSS के 100 साल संयोग नहीं
कल दशहरा का त्योहार है. ऐसे महान पर्व पर 100 वर्ष पहले राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की स्थापना हुई ये कोई संयोग नहीं था. पीएम बोले- ये हजारों वर्षों से चली आ रही उस परंपरा का पुनरुत्थान था जिसमें राष्ट्र चेतना, समय समय पर उस युग की चुनौतियों का सामना करने के लिए नए-नए अवतारों में प्रकट होती है.
3.RSS की शताब्दी यात्रा की सराहना
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की 100 वर्षों की गौरवशाली यात्रा त्याग, निःस्वार्थ सेवा, राष्ट्र निर्माण और अनुशासन की अद्भुत मिसाल है. मैं संघ के शताब्दी समारोह का हिस्सा बनकर अत्यंत गौरवान्वित अनुभव कर रहा हूं. ये हमारी पीढ़ी के स्वयंसेवकों का सौभाग्य है कि हमें संघ के शताब्दी वर्ष जैसा महान अवसर देखने को मिल रहा है. मैं आज इस अवसर पर राष्ट्र सेवा को समर्पित कोटि-कोटि स्वयंसेवकों को शुभकामनाएं देता हूं और अभिनंदन करता हूं.
4.संस्थापक डॉ. हेडगेवार को श्रद्धांजलि
पीएम मोदी ने डॉ. हेडगेवार को श्रद्धांजलि देते कहा कि मैं उन्हें नमन करते हूं. वे बोले कि उन्होंने साधारण लोगों को असाधारण कार्यों के लिए तैयार किया.
5.भारतीय मुद्रा पर भारत माता की तस्वीर
आजाद भारत में पहली बार भारतीय मुद्रा पर भारत माता की तस्वीर छपी है. इस अवसर पर नया डाक और 100 रुपए का सिक्का सरकार ने जारी किया. यह आज के कार्यक्रम की खासियत रही. पीएम मोदी बोले- इस सिक्के के ऊपर संघ का बोध वाक्य भी अंकित है- राष्ट्राय स्वाहा, इदं राष्ट्राय इदं न मम. उन्होंने बताया कि साल 1963 में RSS के स्वयंसेवक भी 26 जनवरी की परेड में शामिल हुए थे और उन्होंने बहुत आन-बान-शान से राष्ट्रभक्ति की धुन पर कदमताल किया था.
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