Om Birla In Goa Assembly: कांग्रेस और आम आदमी पार्टी (AAP) सहित गोवा विधानसभा में पूरे विपक्ष ने गुरुवार को लोकसभा अध्यक्ष ओम बिड़ला के संबोधन का बहिष्कार किया। विपक्ष ने सवाल उठाया कि कांग्रेस नेता राहुल गांधी को मानहानि के मामले में संसद की सदस्यता से अयोग्य कर दिया गया। उन्हें अपना पक्ष रखने का मौका क्यों नहीं दिया गया?
Glimpses of the visit and address of Lok Sabha Speaker Shri Om Birla in Goa Legislative Assembly, Porvorim today. @ombirlakota @loksabhaspeaker @DrPramodPSawant pic.twitter.com/QFBMlg1x9j
---विज्ञापन---— LOK SABHA (@LokSabhaSectt) June 15, 2023
अध्यक्ष बोले- लोकतंत्र में असहमत होने के लिए तमाम अवसर
लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला गुरुवार को 2047 तक भारत एक विकसित देश के रूप में विषय पर गोवा विधानसभा के सदस्यों को संबोधित करने पहुंचे थे। मौके पर ओम बिरला ने कहा कि संसदीय लोकतंत्र में असहमति व्यक्त करने के लिए पर्याप्त अवसर हैं। अगर सदन के अंदर गरिमापूर्ण तरीके से असहमति व्यक्त की जाती है, तो यह देश और लोकतंत्र की प्रतिष्ठा को बढ़ाता है।
कांग्रेस ने कहा- नेता के सम्मान में यह बहिष्कार
वहीं, विपक्ष के नेता कांग्रेस विधायक यूरी अलेमाओ ने कहा कि समूचा विपक्ष विरोध के तौर पर इस कार्यक्रम से खुद को अलग करता है। अलेमाओ ने कहा कि लोकसभा अध्यक्ष ने हमारे नेता राहुल गांधी को नहीं सुना। इसलिए अपने नेता के सम्मान में हमने आज के विधानसभा समारोह से दूर रहने का फैसला किया।
यह पहली बार है जब विपक्ष के विधायकों ने विधानसभा में बिड़ला के कार्यक्रम का बहिष्कार किया। बहिष्कार करने वालों में कांग्रेस, आप, गोवा फॉरवर्ड पार्टी (जीएफपी) और रिवॉल्यूशनरी गोअंस पार्टी (आरजीपी) शामिल थीं।
मार्च में राहुल गांधी की छिनी थी सांसदी
दरअसल, मार्च में लोकसभा और राज्यसभा में विपक्ष ने अडानी मुद्दे पर हंगामा किया। वहीं, मोदी सरकार के तीन मंत्रियों ने राहुल गांधी पर विदेशों में भारत का अपमान करने का आरोप लगाते हुए माफी मांगने की मांग की। इसके चलते सदन नहीं चल सका। इसी बीच 2019 के एक मानहानि मामले में सूरत कोर्ट ने राहुल गांधी को दो साल की सजा सुनाई। इसके बाद उन्हें संसद से अयोग्य कर दिया गया।