Nirbhaya Case: निर्भया सामूहिक दुष्कर्म कांड के आज 11 साल पूरे हो गए हैं। आज ही के दिन 16 दिसंबर 2012 की रात दिल्ली की सड़क पर एक बस में 6 युवकों ने सामूहिक दुष्कर्म कांड को अंजाम दिया गया। इस घटना के रोष में पूरे देश भर में लोग सड़कों पर उतर आए और सरकार के खिलाफ प्रदर्शन करने लगे। घटना को अंजाम देने के बाद आरोपियों ने निर्भया को निर्वस्त्र कर बस से फेंक दिया। घटना के दौरान उसका दोस्त भी वहीं मौजूद था। उसे भी आरोपियों ने मारपीट कर नीचे फेंक दिया था।
घटना के बाद निर्भया को अस्पताल में भर्ती कराया गया लेकिन हालत में सुधार नहीं होने पर सिंगापुर में भर्ती कराया गया लेकिन 29 दिसंबर 2012 को निर्भया ने दम तोड़ दिया। घटना के 2 दिन बाद दिल्ली पुलिस ने कांड के 6 आरोपियों में से 4 को 18 दिसंबर को अरेस्ट कर लिया वहीं 1 नाबालिग को दिल्ली से और छठे दोषी को बिहार से अरेस्ट किया गया।
जानें इस केस की पूरी टाइमलाइन कब-क्या हुआ?
जानें इस केस की पूरी टाइमलाइन कब-कब क्या-क्या हुआ?
16 दिसंबर 2012- यही वह दिन था जब पैरा मेडिकल स्टूडेंट निर्भया अपने दोस्त के साथ काॅलेज से घर लौट रही थी तब 6 लोगों ने मुनीरका में उसके साथ चलती बस में गैंगरेप किया। साथ ही उसके प्राइवेट पार्ट को जख्मी कर दिया। आरोपियों ने वारदात को अंजाम देने के बाद दोनों को बस से नीचे फेंक दिया।
18 दिसंबर 2012- पुलिस ने मामले में 4 आरोपियों को अरेस्ट कर लिया।
21 दिसंबर 2012- दिल्ली पुलिस ने दो और आरोपियों आनंद विहार बस अड्डे से और बिहार के औरंगाबाद से अरेस्ट कर लिया।
22 दिसंबर 2012- इस दिन निर्भया ने एसडीएम के सामने बयान दर्ज कराए।
24 दिसंबर 2012- केंद्र सरकार ने इस तरह मामलों में कानून बनाने के लिए एक कमेटी का गठन किया।
27 दिसंबर 2012 – पीड़िता की हालत में कोई सुधार नहीं होने के कारण उसे सिंगापुर ले जाया गया।
29 दिसंबर 2012 – पीड़िता ने इलाज के दौरान सिंगापुर में दम तोड़ दिया।
03 जनवरी 2013 – दिल्ली पुलिस ने 6 में से 5 आरोपियों के खिलाफ हत्या, गैंगरेप मामले में चार्जशीट दाखिल की।
02 फरवरी 2013 – फास्ट ट्रैक कोर्ट ने आरोपियों पर आरोप तय किए।
11 जुलाई 2013 – 6 में एक आरोपी रामसिंह ने तिहाड़ में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली।
31 अगस्त 2013 – 6 में से एक नाबालिग आरोपी को 3 साल की सजा सुनाई गई।
10 अक्टूबर 2013- फास्ट ट्रैक कोर्ट ने 4 आरोपियों अक्षय ठाकुर, पवन गुप्ता, विनय शर्मा और मुकेश को इस मामले में दोषी करार दिया।
13 मार्च 2014- दिल्ली हाईकोर्ट ने निचली अदालत के फांसी के फैसले को बरकरार रखा।
14 जुलाई 2014- सुप्रीम कोर्ट ने चारों आरोपियों की सजा पर सुनवाई पूरी होने तक रोक लगाई।
05 मई 2017 – सुप्रीम कोर्ट ने आरोपियों की सजा को बरकरार रखा।
09 जुलाई 2018- सुप्रीम कोर्ट ने सजा को लेकर दायर की गई पुनर्विचार याचिकाओं की सुनवाई की और सजा बरकरार रखी।
07 जनवरी 2020- पटियाला हाउस कोर्ट ने निर्भया के दोषियों का वारंट जारी किया।
20 मार्च 2020- सुबह 5ः30 बजे दिल्ली की तिहाड़ जेल में निर्भया के चारों दोषियों को सजा दे दी गई।