Manipur Violence: मणिपुर में एक बार फिर हिंसा भड़क गई। मैतई समुदाय का प्रदर्शन उग्र हो गया, जिसमें कई मंत्रियों-विधायकों के घरों में तोड़फोड़ की गई। कई जगह पर प्रदर्शनकारियों ने आगजनी भी की। लोगों की मांग है कि वह सीएम के घर तक मार्च निकालेंगे। हालांकि सुरक्षा बलों ने भीड़ को खदेड़ दिया, उन्होंने सीएम एन बीरेन सिंह के खाली पैतृक घर को निशाना बनाने की कोशिश की थी। हालात को देखते हुए 7 जिलों में कर्फ्यू लगाने का ऐलान किया गया, तो कई जगह पर इंटरनेट सेवाएं पूरी तरह से बंद कर दी गई हैं।
एक बार फिर कर्फ्यू के हालात
हिंसा प्रभावित मणिपुर के इंफाल पश्चिम और इंफाल पूर्व में कर्फ्यू लगा दिया गया है। इस दौरान 7 जिलों में इंटरनेट सेवाएं भी बंद रहेंगी। आपको बता दें कि भीड़ ने CM के दामाद के घर पर भी हमला किया। ये हिंसा घाटी के जिलों में 6 लोगों की हत्या के बाद भड़की। जिन इलाकों में इंटरनेट बंद रहेगा उसमें इंफाल पश्चिम, इंफाल पूर्व, बिष्णुपुर, थौबल, काकचिंग, कांगपोकपी और चुराचांदपुर जिलों के नाम शामिल हैं। इस दौरान भीड़ के कई विधायकों के घरों पर हमले और संपत्ति को नुकसान पहुंचाने की खबरें सामने आई हैं।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, इंफाल वेस्ट के पुलिस अधीक्षक मेघचंद्रा ने कहा कि हिंसा को देखते हुए मणिपुर में कर्फ्यू और इंटरनेट बंद का फैसला लिया गया। जो भी संवेदनशील इलाके हैं वहां पर सुरक्षा व्यवस्था सख्त कर दी गई है। जानकारी के मुताबिक, लोगों ने अब तक 3 मंत्री, 6 विधायकों के घरों पर हमला किया, जिसमें से 23 को गिरफ्तार कर लिया गया है।
Manipur: Women from Lamlai village and Chalou village staged a sit-in protest in Imphal East against the violence and tension in the state after the kidnapping of 6 individuals and the bodies of 3 were found (not clear yet if they belong to the abductees) pic.twitter.com/KO3Z8cx4XX
— ANI (@ANI) November 16, 2024
क्यों भड़की हिंसा?
सोमवार से दो महिलाओं और एक बच्चे लापता थे। इनके सभी के शव शनिवार को जिरीबाम के बारक नदी मिले। इसके अलावा क महिला और दो बच्चे के शव शुक्रवार की रात को मिले बरामद किए गए थे। इन सभी शवों को पोस्टमॉर्टम के लिए असम के सिलचर मेडिकल कॉलेज अस्पताल लाया गया। इन हत्याओं के बाद ही मणिपुर में एक बार फिर से हिंसा भड़क गई।
पिछले साल से जारी है हिंसा
मणिपुर में पिछले साल 3 मई से ये हिंसा जारी है। इस दौरान मैतेई और कुकी समूहों के बीच जातीय संघर्ष हुआ। जिसमें करीब 200 से अधिक लोग मारे गए हैं और हजारों लोग बेघर हो गए हैं।