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Manipur Violence: मणिपुर में बढ़ती जा रही हैं हिंसा की घटनाएं; CM एन बीरेन सिंह ने उपद्रवियों से की ये अपील

Manipur Violence: मणिपुर में लगातार चल रही हिंसा (Manipur Violence) के बीच सीएम एन बीरेन सिंह ने लोगों से शांति बनाए रखने की अपील की है। उन्होंनें कहा है कि हथियारों को छोड़ दें, ताकि राज्य में शांति व्यवस्था कायम हो सके। सीएम एन बीरेन सिंह ने अपील एक पत्रकार सम्मेलन के दौरान की है। […]

Author Edited By : Naresh Chaudhary Updated: Jun 20, 2023 10:53
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Manipur Violence: मणिपुर में लगातार चल रही हिंसा (Manipur Violence) के बीच सीएम एन बीरेन सिंह ने लोगों से शांति बनाए रखने की अपील की है। उन्होंनें कहा है कि हथियारों को छोड़ दें, ताकि राज्य में शांति व्यवस्था कायम हो सके। सीएम एन बीरेन सिंह ने अपील एक पत्रकार सम्मेलन के दौरान की है।

जानकारी के मुताबिक, इससे पहले सोमवार को सीएम एन बीरेन सिंह ने राज्य में कुछ राहत शिविरों का दौरा किया और कहा कि राज्य सरकार जल्द ही अस्थायी रूप से लोगों को समायोजित करने के लिए प्री-फैब्रिकेटेड घरों का निर्माण कराएगी। मणिपुर के सीएम ने कहा कि लगभग 3000-4000 घरों का निर्माण किया जाएगा। अब हम उस जगह की तलाश कर रहे हैं, जहां निर्माण किया जा सके।

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18-19 की रात को हुई थी फायरिंग

बता दें कि 18-19 जून की दरमियानी रात को कांटो सबल से चिंगमांग गांव की ओर हथियारबंद बदमाशों ने गोलीबारी की थी। इसमें भारतीय सेना का एक जवान घायल हो गया। इसके बाद मुख्यमंत्री सिंह ने कहा कि वह सुरक्षा की समीक्षा बैठक करेंगे कि यह कैसे हुआ। उन्होंने कहा कि विचार करेंगे, इस तरह की घटनाओं को भविष्य में कैसे रोका जा सकता है। गोलीबारी में घायल सैनिक का सैन्य अस्पताल लीमाखोंग में इलाज चल रहा है।

स्पीयर कॉर्प्स ने एक ट्वीट में कहा कि सशस्त्र बदमाशों ने 18/19 जून की रात के दौरान कांटो सबल से चिंगमांग गांव की ओर अकारण गोलीबारी की। इलाके में ग्रामीणों की मौजूदगी को देखते हुए सेना की टुकड़ियों ने जवाबी कार्रवाई की। इसी दौरान गोली लगने से से सैनिक घायल हो गया। इसके बाद क्षेत्र में अतिरिक्त फोर्स की तैनाती की गई है।

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राज्य की मंत्री के घर को जलाने की कोशिश

भारतीय सेना ने रविवार को इंफाल घाटी के हिंसा प्रभावित इलाकों में फ्लैग मार्च किया। पिछले हफ्ते बुधवार को उपद्रवियों ने इंफाल पश्चिम में मणिपुर के मंत्री नेमचा किपजेन के आधिकारिक आवास को जलाने की कोशिश की। हालांकि वे इस दौरान घर पर नहीं थीं। अनुसूचित जनजाति (एसटी) सूची में मेतई को शामिल करने की मांग के विरोध में ऑल ट्राइबल स्टूडेंट्स यूनियन (एटीएसयू) द्वारा आयोजित एक रैली के दौरान झड़प के बाद 3 मई को मणिपुर में हिंसा भड़क गई।

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First published on: Jun 20, 2023 10:53 AM

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