श्रीनगर: अवंतीपोरा में जम्मू-कश्मीर पुलिस और सुरक्षा बलों के साथ मुठभेड़ में आतंकी संगठन लश्कर-ए-तैयबा के तीन आतंकवादी मारे गए। मारे गए आतंकियों में मुख्तार अहमद भट और पुलवामा का सकलैन मुश्ताक शामिल है। तीसरा आतंकी मुशफीक पाकिस्तान का रहने वाला था।
मारा गया आतंकी भट पुलवामा में कश्मीरी पंडितों, प्रवासी मजदूरों और राजनीतिक कार्यकर्ताओं को डराने-धमकाने के कृत्यों में शामिल रहा है, जिससे समुदाय में डर पैदा हो रहा है। जम्मू-कश्मीर पुलिस के अनुसार, तीनों आतंकवादी राष्ट्रीय राजमार्ग के आसपास एक बड़े आतंकी हमले की योजना बना रहे थे। आतंकियों के पास से एक एके-74 राइफल बरामद हुई है।
#AwantiporaEncounterUpdate: LeT cmdr Mukhtar Bhat among the 3 killed terrorists. As per source, he along with FT was going for fidayeen attack on SFs camp. 01 AK-74 rifle, 01 AK-56 rifle & 1 pistol recovered. Awantipora Police & Army averted a major terror incident: ADGP Kashmir https://t.co/oTrmFV2Neg
— Kashmir Zone Police (@KashmirPolice) November 1, 2022
पुलवामा के आसपास सक्रिय था मुख्तार अहमद भट
जम्मू-कश्मीर पुलिस के अनुसार, मुख्तार अहमद भट लश्कर-ए-तैयबा से संबद्ध द रेसिस्टेंस फ्रंट का कट्टर कमांडर था। पुलवामा का रहने वाला भट 18 अप्रैल को अपनी मौसी से मिलने के बहाने घर से निकलते समय लापता हो गया था। बाद में, जांच में पाया गया कि वह टीआरएफ में शामिल हो गया और पुलवामा के आसपास सक्रिय था।
कमांडर बनने से पहले भट कई वर्षों तक टीआरएफ का ओवरग्राउंड वर्कर था। वह देश के खिलाफ हथियार उठाने के लिए युवाओं को कट्टरपंथी बनाने में भी शामिल था और राष्ट्र की सुरक्षा के लिए हानिकारक गतिविधियों को अंजाम देता था।
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भट ने पुलवामा के काकापोरा बेल्ट में लश्कर-ए-तैयबा-टीआरएफ को खड़ा करने में भूमिका निभाई थी। मुख्तार भट इस साल 13 मई को पुलवामा के गदूरा में अपने आवास पर जम्मू-कश्मीर के पुलिसकर्मी रियाज अहमद थोकर की हत्या में शामिल था। वह पुलवामा कस्बे के उगरगुंड में दो प्रवासी मजदूरों पर हुए हमले में भी शामिल था, जिसमें से एक गंभीर रूप से घायल हो गया था।
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