Kolkata Tram Service Durga Puja Celebration: कोलकाता में ट्राम सर्विस इस साल 150 साल की हो गई है। इस महीने दुर्गा पूजा के दौरान इसका जश्न मनाया जाएगा। इसके लिए ट्राम कार को नया रूप दिया गया है। उसे दुर्गा पूजा के रंग में रंगा गया है। पश्चिम बंगाल परिवहन निगम ने एक बयान में कहा- ट्राम कार, त्योहार को एक अनोखे तरीके से मनाने के प्रयास का हिस्सा है।
इसे शहर के दुर्गा पूजा उत्सव को यूनेस्को विरासत टैग की याद दिलाने के लिए भी डिजाइन किया गया है। यह शहर के दक्षिणी भाग में बालीगंज और टॉलीगंज क्षेत्रों के बीच कुछ लोकप्रिय पूजा स्थलों को कवर करते हुए चलेगी। विशेष रूप से सजाई गई ट्राम कार का परीक्षण कुछ दिन पहले किया गया था और यह सेवा नए साल तक जारी रहेगी।
ट्राम कार के बाहरी हिस्से में उत्तरी कोलकाता के पारंपरिक कुम्हार क्वार्टर कुमोर्टुली के कारीगरों के सम्मान में हाथ से पेंट की गई कलाकृतियां शामिल हैं। यह मूर्तियों के निर्माण के लिए एक प्रमुख केंद्र के रूप में विकसित हुई है। ‘सिंदूर खेला’ और ‘धुनुची’ नृत्य की भी पेंटिंग लगाई गई हैं। इसे आमतौर पर देवी के सामने किया जाता है। अन्य पेंटिंग्स में एक दृष्टिबाधित कलाकार और महिला ढाकी, विरासत स्थलों और सांस्कृतिक पहलुओं को दर्शाया गया है।
#WATCH | West Bengal: As the tram service in Kolkata turns 150 this year, a tram has been dedicated to the Durga Puja celebration this month, on this occasion.
---विज्ञापन---(Source: West Bengal Transport Corporation) pic.twitter.com/SeCrJZkA1B
— ANI (@ANI) October 9, 2023
ढाकी वे लोग हैं जो ढाक बजाते हैं। यह बंगाल के सबसे पुराने वाद्ययंत्रों में से एक है। कोलकाता देश का एकमात्र शहर है जहां ट्राम सेवाएं उपलब्ध हैं और यहां की ट्राम कारों में आमतौर पर दो बोगियां होती हैं। बयान में डब्ल्यूबीटीसी के प्रबंध निदेशक राजनवीर सिंह कपूर के हवाले से कहा गया है कि “हम इस बात से खुश हैं कि दुर्गा पूजा उत्सव ने इस अनूठी ट्राम को एक सुंदर पृष्ठभूमि प्रदान की है जो लोगों को मंत्रमुग्ध कर देगी।” इस पर क्यूआर कोड भी लगाए गए हैं। जिससे यात्री ट्राम में अपनी सवारी का आनंद लेते हुए उत्सव के पीछे के लोगों की कहानियों का पता लगा सकेंगे।