आसिफ सुहाफ, श्रीनगर: नेशनल कांफ्रेंस के उपाध्यक्ष और जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने कहा कि कश्मीर में स्थिति सामान्य नहीं है, जैसा कि सरकार दावा कर रही है। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार झूठ के बाद झूठ का सहारा ले रही है और मीडिया के माध्यम से लोगों को गुमराह कर रही है। अब्दुल्ला ने कहा कि सच्चाई यह है कि कश्मीर के शोपियां जिले से कश्मीर के पंडितों का पूरा गांव हाल ही में एक पंडित की हत्या के बाद जम्मू चला गया है।
उमर बोले- मौसम नहीं, डर के चलते घाटी छोड़ रहे हैं कश्मीरी पंडित
उमर अब्दुल्ला ने श्रीनगर में पत्रकारों से बात करते हुए कहा कि कश्मीरी पंडित घाटी से भाग रहे हैं, जबकि सरकार दावा कर रही है कि वे सर्दियों के मौसम की शुरुआत के मद्देनजर जा रहे हैं। क्या पंडितों को अक्टूबर में ठंड लगने लगी थी जबकि ‘चिल्लई-कलां’ में ऐसा नहीं हुआ। सरकार कुछ मीडियाकर्मियों का इस्तेमाल करके तथ्यों को तोड़-मरोड़ कर पेश कर रही है।
उमर अब्दुल्ला ने कहा कि सरकार ने पर्यटकों की सूची में ‘यात्रियों’ को भी जोड़ा और दावा किया कि इस सीजन में पर्यटकों की भारी भीड़ थी, जबकि तथ्य यह है कि पिछली बार की तरह 17-18 लाख के बीच पर्यटकों की भीड़ सामान्य थी।
कश्मीर के मुद्दे को सुलझाने की जरूरत है: उमर अब्दुल्ला
उमर अब्दुल्ला ने कहा कि कश्मीर मुद्दे को सुलझाने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि सरकार का दावा है कि 2019 के बाद स्थिति बदल गई और सामान्य है, लेकिन ये दावा झूठा और भ्रामक है। कश्मीर में स्थिति सामान्य नहीं है। उन्होंने कहा कि अतीत की तरह वह युवाओं को मुख्यधारा में लाने के लिए सरकार की मदद करने के लिए तैयार हैं। अब्दुल्ला ने कहा, “हमने हमेशा कश्मीर में स्थिति को सामान्य बनाने में मदद करने की कोशिश की और इस बार भी हम मदद करेंगे।”