नई दिल्ली: बिहार की राजनीति हर दिन कुछ न कुछ घटते रहता है। बिहार में बीजेपी और जेडीयू (JDU) में चल रही खींचतान के बीच चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर ने फिर से नीतीश कुमार पर हमला बोला है। पदयात्रा पर निकले प्रशांत किशोर ने दावा किया है कि नीतीश कुमार ने कई बार बिहार की जनता को ठगा है। उनका कहना है कि 2019 में ही जेडीयू में तय हुआ था कि बीजेपी का साथ छोड़ देंगे, लेकिन नीतीश ने नहीं छोड़ा और कहा कि अभी मोदी लहर है तो थोड़ा समय और रुक जाते हैं।
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गोपालगंज में पत्रकारों से बात करते हुए प्रशांत किशोर ने कहा कि नीतीश कुमार ने एक बार नहीं इस आदमी ने तीन-तीन बार ठगा है। पहले 2015 में छोड़कर भागे। फिर 2019 लोकसभा चुनाव और उसके बाद सीएए-एनआरसी को लेकर। प्रशांत किशोर ने कहा, 2019 लोकसभा चुनाव से पहले हमने अपने दिमाग से अपनी जुगत लगाकर जेडीयू को 17 सीटें दिलवाईं, जबकि उसके पास सिर्फ 2 सांसद थे। भाजपा को बिना लड़े 30 से घटाकर 17 पर कर दिया।
इससे पहले 27 जनवरी को प्रशांत किशोर ने दावा किया था कि उन्होंने नीतीश कुमार को मार्च 2022 में राष्ट्रीय जनता दल के साथ गठबंधन के बारे में बताया था। किशोर ने यह भी कहा कि कुमार ने उन्हें ‘महागठबंधन’ में शामिल होने के लिए आमंत्रित किया था।
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उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार ने तेजस्वी यादव को चुना क्योंकि वह जानते थे कि 2025 के बाद, वह मुख्यमंत्री नहीं होंगे और चाहते थे कि बिहार की स्थिति और खराब हो, क्योंकि तब लोग सोचेंगे कि नीतीश कुमार बेहतर हैं और फिर उन्हें चुनेंगे। वह अपने पद को जारी रखना चाहते हैं।”
उन्होंने आगे कहा, “जब नीतीश कुमार मार्च 2022 में मुझसे दिल्ली में मिले तो उन्होंने मुझे महागठबंधन के बारे में बताया और मुझसे शामिल होने का अनुरोध किया। उन्हें पता था कि अगर उन्होंने 2024 के चुनाव जीतने के बाद भाजपा के साथ अपना गठबंधन जारी रखा तो उन्हें हटा दिया जाएगा और भाजपा अपनी पार्टी से एक मुख्यमंत्री चुनेगी।”
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