Jammu-Kashmir: भारतीय सेना ने गुरुवार को डोडा जिले के स्टेडियम में 100 फुट ऊंचे राष्ट्रीय ध्वज को स्थापित किया। यह चिनाब घाटी में फहराया गया दूसरा सबसे बड़ा ध्वज है। इस खास मौके पर शहीद जवानों के परिजनों को भी सम्मानित किया गया।
शहीदों के परिजनों का हुआ सम्मान
नायब सूबेदार चुन्नीलाल 2007 में कुपवाड़ा जिले में एलओसी पर शहीद हो गए थे। सूबेदार चुन्नीलाल ने घुसपैठ करने की कोशिश कर रहे आतंकवादियों से लोहा लेते हुए बलिदान दिया था।
उनकी पत्नी चिंता देवी ने कहा कि इस कार्यक्रम में बुलाकर सेना ने मुझे मेरे शहीद पति की शहादत पर गर्व महसूस कराया है। यही हमारी भारतीय सेना की खासियत है कि वह सैनिकों और उनके परिवारों के बलिदान को कभी नहीं भूलती है।
#WATCH | Indian Army installs a 100-ft high national flag in Sports Stadium, Doda, Jammu & Kashmir pic.twitter.com/skCn62f9hv
---विज्ञापन---— ANI (@ANI) March 9, 2023
कभी आतंकवाद का गढ़ था डोडा
दरअसल, डोडा का यह इलाका एक दशक पहले आतंकवाद का गढ़ था। गुरुवार को सेना के डेल्टा फोर्स के जनरल ऑफिसर कमांडिंग मेजर जनरल अजय कुमार, राष्ट्रीय राइफल्स के कमांडर ब्रिगेडियर समीर के पलांडे, डोडा के उपायुक्त विशेष पॉल महाजन और एसएसी अब्दुल कयूम ने डोडा स्पोर्ट्स स्टेडियम में राष्ट्रीय ध्वज को फहराया।
गर्व से भर देगा ये तिरंगा
मेजर जनरल अजय कुमार ने शहीदों के परिवारीजनों को सम्मानित किया। उन्होंने कहा कि यह ध्वज राष्ट्र की एकता और अखंडता के लिए अपना सर्वोच्च बलिदान देने वालों को श्रद्धांजलि दी है। यह ध्वज न केवल सेना के लिए बल्कि सभी के लिए गर्व का क्षण है। इस ध्वज को दूर से देखा जा सकता है और गर्व महसूस किया जा सकता है।
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