ISS से अपनी यात्रा पूरी करने के बाद शुभांशु शुक्ला अपने तीन अन्य सहयोगियों के साथ कैलिफोर्निया के तट पर उतरे हैं। 4 अंतरिक्ष यात्रियों को लेकर इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन से लौट रहा SpaceX का ड्रैगन स्पेसक्राफ्ट दोपहर तकरीबन 3:01 बजे समुद्र में स्प्लैशडाउन हुआ। वहीं भारत के लाल शुभांशु शुक्ला समेत अन्य की सफलतापूर्वक वापसी पर भारत में लोगों में जबरदस्त खुशी है, जबकि परिवार भावुक है।
यूपी की राजधानी लखनऊ में केंद्रीय मंत्री जितेंद्र सिंह समेत ग्रुप कैप्टन शुभांशु शुक्ला का पूरा परिवार मौजूद था। जैसे ही स्प्लैशडाउन हुआ, सभी तिरंगा लहराते हुए खुशी से झूम उठे। वहीं शुभांशु की मां बेहद भावुक दिखाई दीं। वह फूट-फूटकर रो रही थीं।
वहीं खुशी में लोग मिठाईयां बांटते दिखाई दिए, और शुभांशु शुक्ला के परिजनों को बधाई दी।
यहां देखें वीडियो
#WATCH | Lucknow | Group Captain Shubhanshu Shukla’s family celebrates as Axiom-4 Dragon spacecraft returns to Earth pic.twitter.com/VDyFGEIlXM
---विज्ञापन---— ANI (@ANI) July 15, 2025
#WATCH | Axiom-4 Mission | Lucknow, UP: Group Captain Shubhanshu Shukla’s family rejoices and celebrates as he and the entire crew return to the earth after an 18-day stay aboard the International Space Station (ISS) https://t.co/FOshCfbQkW pic.twitter.com/Yzh4DEbuuR
— ANI (@ANI) July 15, 2025
वहीं लखनऊ में कई जगह जश्न जैसा माहौल देखने को मिला। लोग पटाखे फोड़ते दिखाई दिए। स्पेसएक्स ड्रैगन अंतरिक्ष यान के प्रशांत महासागर में उतरने के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोशल मीडिया पोस्ट लिखकर शुभांशु शुक्ला का स्वागत किया। उन्होंने एक्स पर लिखा कि मैं पूरे देश के साथ ग्रुप कैप्टन शुभांशु शुक्ला का स्वागत करता हूं, क्योंकि वे अपने ऐतिहासिक अंतरिक्ष मिशन से पृथ्वी पर लौट रहे हैं। अंतर्राष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन का दौरा करने वाले भारत के पहले अंतरिक्ष यात्री के रूप में, उन्होंने अपने समर्पण, साहस और अग्रणी भावना से करोड़ों सपनों को प्रेरित किया है।
ISS पर शुभांशु ने बिताये 18 दिन
शुभांशु शुक्ला ने आईएसएस पर कुल 18 दिन बिताए। इसके साथ ही उन्होंने धरती की 310 से अधिक परिक्रमा पूरी कीं। इस तरह उन्होंने लगभग 1.3 करोड़ किलोमीटर की यात्रा पूरी की। शुभांशु शुक्ला भारतीय वायु सेना अधिकारी और परीक्षण पायलट हैं, उन्होंने भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन ( ISRO ) द्वारा सौंपे गए सभी सात सूक्ष्म-गुरुत्वाकर्षण प्रयोग पूरे किए। इसमें मांसपेशी पुनर्जनन, टार्डिग्रेड्स, बीज अंकुरण, शैवाल संवर्धन, फसल लचीलापन, विकिरण प्रभाव और मानव शरीरक्रिया विज्ञान पर अध्ययन शामिल थे।