Indian Railways Latest Update: भारतीय रेलवे ने रेल यात्रियों को मिलने वाली छूट को लेकर एक अहम फैसला लिया है। कई संगठनों और समितियों द्वारा लंबे समय से इसे बहाल करने की मांग की जा रही है। छूट को लेकर लगातार हो रही मांग पर रेलवे ने विचार करते हुए अब फैसला लिया है कि कुछ मदों को छोड़कर किसी भी यात्री को किराए में छूट नहीं दी जाएगी।
रेलवे का तर्क- छूट देना संभव नहीं
रेल यात्रियों को मिलने वाली छूट को लेकर रेलवे का तर्क है कि किराए में सब्सिडी पहले की तरह जारी है और छूट देना संभव नहीं है। यानी, वरिष्ठ नागरिकों सहित अन्य श्रेणियों में 2020 से पहले दी जाने वाली छूट आगे भी बंद रहेगी। बता दें कि कोरोना महामारी से पहले यात्रियों को किराए में छूट दी जाती थी लेकिन, 2020 के बाद इसे बंद कर दिया गया है।
गंभीर बीमारियों से पीड़ित यात्रियों को छूट जारी
रेलवे द्वारा छूट जारी करने को लेकर संसदीय समितियों, संगठनों और जनप्रतिनिधियों ने सिफारिश की, जिसके बाद रेलवे ने तय किया कि कुछ गंभीर बीमारियों (कैंसर) आदि से पीड़ित यात्रियों को किराए में छूट जारी रहेगी। साथ ही रेलवे द्वारा कहा गया कि आने वाले समय में रेल सुविधाएं बढ़ाई जाएंगी, जैसे- बुजुर्गों व महिलाओं को बिना अतिरिक्त किराया दिए लोवर बर्थ प्राथमिकता के आधार पर मिलेगी।
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50 फीसदी तक मिल रही थी छूट
बता दें कि कोविड महामारी की शुरुआत के बाद बुजुर्ग यात्रियों को दी जाने वाली छूट सस्पेंड कर दी गई थी। कोरोना से पहले 60 साल से ज्यादा उम्र के लोगों को रेल टिकट में 50 फीसदी तक की छूट मिलती थी। भारतीय रेलवे ने कोरोना महामारी के दौरान हो रहे नुकसान के चलते इसे बंद कर दिया था। इससे पहले रेल टिकट में वरिष्ठ नागरिकों को ये रियायतें सभी मेल, एक्सप्रेस, राजधानी, शताब्दी, दुरंतो ट्रेनों में मिल रही थी।