भारतीय राजनयिक पेटल गहलोत ने UNGA में पाकिस्तान को करारा जवाब दिया है. पेटल गहलोत ने कहा कि पाकिस्तान की विदेश नीति आतंकवद के महिमामंडन पर आधारित है. पाकिस्तान पूरी दुनिया में आतंवाद फैलाने में लगा है और उसे इसको लेकर कोई शर्म नहीं है. वो अपने घर में ओसामा बिन लादेन तक को छुपा लेते हैं. यह वही पाकिस्तान है जिसने TRF जैसे आतंकी संगठन का पहलगाम हमलों के बाद संरक्षण किया और इसे आतंकी सगठन घोषित किए जाने से रोका.
पेटल गहलोत ने कहा कि आतंकवाद के प्रति जीरो टोलरेंस की नीति होनी चाहिए. कई आतंकी जो मुरीदके और बहावलपुर में मौजूद थे और मरे गए, उनकी जानकारी पाकिस्तान को हमेशा से थी. पाकिस्तान को उसकी जमीन पर चल रहे आतंकी कैम्पस को तुरंत खत्म करना चाहिए और सारे आतंकवादियों को भारत को सौंप देना चाहिए.
पेटल गहलोत ने कहा कि भारत-पाकिस्तान के सभी मुद्दे द्विपक्षीय हैं, तीसरे पक्ष के लिए कोई जगह नहीं. यह लंबे समय से चली आ रही राष्ट्रीय स्थिति है. भारत आतंकवादियों और उनके प्रायोजकों के बीच कोई भेद नहीं करेगा, दोनों को जवाबदेह ठहराया जाएगा. भारत में निर्दोष नागरिकों पर आतंकवादी हमले के लिए पाकिस्तान जिम्मेदार है. हमने ऐसी कार्रवाइयों के खिलाफ बचाव के अधिकार का प्रयोग किया है और इसके आयोजकों और अपराधियों को न्याय के कटघरे में खड़ा किया है.
पेटल का कहना है कि अब हम उन्हें परमाणु ब्लैकमेल की आड़ में आतंकवाद फैलाने की अनुमति नहीं देंगे. 9 मई तक, पाकिस्तान भारत पर और हमलों की धमकी दे रहा था. 10 मई को, उसकी सेना ने हमसे सीधे लड़ाई बंद करने की गुहार लगाई. अगर नष्ट हुए रनवे और जले हुए हैंगर जीत की तरह लगते हैं – जैसा कि पाकिस्तानी प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने दावा किया तो पाकिस्तान का स्वागत है. अगर पाकिस्तान भारत के साथ शांति के लिए गंभीर है तो रास्ता साफ़ है. पाकिस्तान को तुरंत आतंकी शिविर बंद करने चाहिए और आतंकवादियों को भारत को सौंप देना चाहिए.