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J&K की भीषण ठंड में सेना का ‘विंटर स्ट्राइक’, चक्रव्यूह में फंसे आतंकी, एक तरफ ठंड तो दूसरी तरफ गोली

रिपोर्ट्स के मुताबिक, करीब 30-35 आतंकी अभी जम्मू क्षेत्र में छुपे हुए हैं, जो भारतीय सेना की रडार पर हैं.

Author Edited By : Arif Khan
Updated: Dec 28, 2025 11:11
सेना ने कई प्रमुख इलाकों में विशेष रूप से प्रशिक्षित 'विंटर वारफेयर' सब-यूनिट्स को भी तैनात किया है.

जब कश्मीर में पारा शून्य से कई डिग्री नीचे गिर जाता है और रास्ते बर्फ से ढक जाते हैं, तब आतंकी इसे छिपने का सबसे सुरक्षित समय मानते हैं. लेकिन इस बार उनकी ये गलतफहमी भारी पड़ने वाली है. सुरक्षा बलों ने ऐसी रणनीति तैयार की है कि किश्तवाड़ और डोडा जिले में 35 आतंकी चारों तरफ से घिर गए हैं. न उन्हें खाना मिल रहा है, न छिपने के लिए कोई जगह. एक तरफ हड्डियां गलाने वाली ठंड और बर्फ है तो दूसरी और भारतीय सेना की गोली.

न्यूज एजेंसी ANI ने सूत्रों के हवाले से लिखा है कि सेना ने ऊंचे और बर्फबारी वाले क्षेत्रों में अपनी ऑपरेशन बढ़ा दिए हैं. पाकिस्तानी आतंकी ऐसे मौसम का फायदा उठाकर छिप जाते हैं. सूत्रों की मानें तो कई खुफिया एजेंसियों से पता चला है कि करीब 30-35 आतंकी अभी जम्मू क्षेत्र में छिपे हैं. जब इन आतंकियों ने देखा कि ये लोग चारों तरफ से घिर गए हैं तो ये और ऊपर चले गए. वहां पर ये सर्दी का फायदा उठाकर खुद को छुपाए हुए हैं. माना जाता है कि ये आतंकवादी सुरक्षा बलों के साथ सीधे टकराव से बचने और पता लगाने से बचने के लिए अस्थायी ठिकानों की तलाश कर रहे हैं. ये आतंकी ऐसी पहाड़ियों पर चले गए हैं, जहां मानव बस्ती नहीं हैं.

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सूत्रों के मुताबिक, सेना और सुरक्षा बलों ने बर्फ से ढके इलाकों के भीतर टेंपरेरी बेस और निगरानी चौकियां बना दी है. ताकि आतंकियों की गतिविधियों पर नजर बनी रही. इसकी वजह से आतंकी ज्यादा घिरे हुए महसूस कर रहे हैं.

इस बार आतंकवाद विरोधी ऑपरेशन में कई सुरक्षा बलों को शामिल किया गया है. इन ऑपरेशन को लीड भारतीय सेना कर रही है. इसके अलावा इसमें नागरिक प्रशासन, जम्मू-कश्मीर पुलिस, केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल, एसओजी, वन रक्षक और विलेज डिफेंस गार्ड सहित कई सुरक्षा और कानून प्रवर्तन एजेंसियां शामिल किया गया है. सभी एजेंसियां मिलकर आतंक विरोधी ऑपरेशन का अंजाम देती हैं.

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रिपोर्ट्स के मुताबिक, पहले कई एजेंसियों से मिली खुफिया जानकारी का एनालिसिस किया जाता है. फिर आतंकवादी गतिविधियों और उनके छिपने के पैटर्न का सटिक पता लगाया जाता है. जैसे ही खुफिया जानकारी सही निकलती है, फिर ज्वाइंट ऑपरेशन शुरू कर दिया जाता है.

भारतीय सेना ने कई प्रमुख इलाकों में विशेष रूप से प्रशिक्षित ‘विंटर वारफेयर’ सब-यूनिट्स को भी तैनात किया है. ये सैनिक ऊंचाई वाले क्षेत्रों में रहने, बर्फ में नेविगेशन, हिमस्खलन और हिम युद्ध में कुशल होते हैं.

First published on: Dec 28, 2025 11:09 AM

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