India Maldives Relations: भारत और मालदीव के बीच दिल्ली में द्विपक्षीय बैठक हुई। इस बैठक में भारत ने कहा कि वह मालदीव से अपने सैनिकों को हटाएगा। अब सैनिकों की जगह वहां भारतीय नागरिक काम करेंगे। भारत इस समय मालदीव में काम कर रहे 3 एविएशन प्लेटफॉर्मों से भारतीय सैनिकों को हटाएगा। पहले प्लेटफार्म से 10 मार्च तक भारतीय फ़ौज हटा दी जाएगी, जबकि बचे 2 प्लेटफार्म से 10 मई तक सैनिकों को हटाया जाएगा।
मालदीव में अब गैर-फौजी भारतीय करेंगे काम
भारत और मालदीव के बीच हाई लेवर कोर ग्रुप की मीटिंग में यह फैसला हुआ। कोर ग्रुप की अगली बैठक फरवरी में ही मालदीव की राजधानी माले में होगी। सूत्रों के अनुसार, हटाए गए एविएशन प्लेटफॉर्म्स पर भारतीय फौज की जगह अब गैर-फौजी भारतीय काम करेंगें। इससे पहले, 14 जनवरी को भारत और मालदीव ने मालदीव में हाई लेवल कोर ग्रुप की पहली बैठक की थी।
द्विपक्षीय सहयोग की हुई समीक्षा
मालदीव के विदेश मंत्रालय के अनुसार, दोनों पक्षों ने रक्षा और सुरक्षा सहयोग, आर्थिक और विकास साझेदारी के क्षेत्र में साझेदारी को बेहतर बनाने और बढ़ाने के लिए मौजूदा द्विपक्षीय सहयोग की समीक्षा की। इस बात पर भी सहमति हुई कि उच्च स्तरीय कोर ग्रुप की तीसरी बैठक फरवरी के अंतिम सप्ताह में आपसी सहमति वाली तारीख पर माले में होगी।
मालदीव में तैनात हैं 70 भारतीय सैनिक
इससे पहले, मालदीव की स्थानीय मीडिया ने खबर दी थी कि राष्ट्रपति मोहम्मद मुइज्जू ने भारत सरकार से 15 मार्च से पहले भारतीय सैनिकों को वापस बुलाने के लिए कहा है।गौरतलब है कि मालदीव में भारतीय सैनिकों को हटाना मुइज्जू की पार्टी का चुनाव में किया गया मुख्य वादा था। मौजूदा समय में मालदीव में डोर्नियर 228 समुद्री गश्ती विमान और दो एचएएल ध्रुव हेलीकॉप्टरों के साथ लगभग 70 भारतीय सैनिक तैनात हैं।
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पदभार संभालने के दूसरे दिन, मुइज्जू ने आधिकारिक तौर पर भारत सरकार से मालदीव से अपने सैन्य कर्मियों को वापस बुलाने का अनुरोध किया था। पिछले साल दिसंबर में राष्ट्रपति मुइज्जू ने दावा किया था कि भारत सरकार के साथ बातचीत के बाद भारतीय सैन्यकर्मियों को वापस बुलाने पर सहमति बनी है।
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