Inauguration ceremony of Ram temple in Ayodhya Uttar Pradesh: 22 जनवरी 2024 को अयोध्या में भव्य राम मंदिर में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा होनी है। इसके लिए जोर-शोर से तैयारियां की जा रही हैं। कार्यक्रम में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भाग लेंगे। देश की प्रमुख हस्तियों को इसके लिए निमंत्रण भेजा जा रहा है। राम मंदिर बनाने के लिए देशभर की कई जगहों से निर्माण सामग्री मंगाई गई। ऐसी ही एक जगह राजस्थान का भरतपुर है। भरतपुर का रामायण और महाभारत दोनों से संबंध रहा है।
राम मंदिर के निर्माण के लिए राजस्थान से बलुआ पत्थर और मकराना संगमरमर मंगाया गया है। मंदिर बनाने में भरतपुर से आया गुलाबी बलुआ पत्थर इस्तेमाल किया गया है। यहां से 4.7 लाख घन फीट गुलाबी बलुआ पत्थर मंगाया गया। इससे मंदिर को गुलाबी रंग मिला और उसकी सुंदरता और भी बढ़ गई।
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गुलाबी पत्थर की सप्लाई
न्यूज़ 9 की एक रिपोर्ट के मुताबिक, भरतपुर के बंसी पहाड़पुर क्षेत्र की कई खदानें अयोध्या के राम मंदिर को गुलाबी बलुआ पत्थर की आपूर्ति कर रही हैं। भरतपुर यूपी से सटा हुआ राजस्थान का एक जिला है। इसे राजस्थान का पूर्वी द्वार भी कहा जाता है। यूपी के मथुरा के करीब के जिले भरतपुर का संबंध महाभारत से भी बताया जाता है।
रामायण-महाभारत से संबंध
रिपोर्ट में बताया गया है कि महाभारत के मुताबिक राजा मत्सय ने भरतपुर राज्य की स्थापना की थी। वे सत्यवती के जुड़वां भाई थे। जब महाभारत का युद्ध हुआ तब मत्स्य ने पांडवों का साथ दिया था। वहीं किंवदंतियों के अनुसार, भरतपुर नाम रामायण के समय का है। यह नाम भगवान राम के भाई भरत के नाम पर पड़ा है। 18वीं शताब्दी की शुरुआत में महाराजा सूरजमल ने सरदार खेमकरण को हरा दिया था। इसके बाद उनका भरतपुर किले पर कब्जा हो गया। उन्होंने ही आधुनिक भरतपुर को बनाया।
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