Earth at Perihelion 2023 closest to Sun Today: आज का दिन बहुत खास है, क्योंकि आज पृथ्वी और सूर्य एक दूसरे के बहुत करीब आ जाएंगे। ऐसा एक खगोलीय घटना की वजह से होता है। पृथ्वी सूर्य के चारों तरफ चक्कर लगाती है, जिसकी वजह से मौसम बदलते हैं। हालांकि सर्दियों में पृथ्वी सूर्य से दूर हो जाती है, जबकि गर्मियों में सूर्य के करीब आ जाती है। पृथ्वी आज सूर्य के स–बसे पास के बिंदु पर पहुंच जाएगी। इस खगोलीय घटना को पेरिहिलियन (Perihelion Day) कहा जाता है।
क्या आपको पता है कि ऐसा क्यों होता है। आखिर सर्दियों में पृथ्वी सूर्य के इतने करीब कैसे पहुंच जाती है। पेरिहिलियन होता क्यों है। पृथ्वी के सूर्य के इतने करीब होने से इसकी जलवायु क्यों नहीं बदल जाती। वैज्ञानिकों के लिए भी यह बहुत दिलचस्प और हैरान करने वाली बात है।
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वहीं जब अपहेलियन (Aphelion) होता है तो पृथ्वी और सूर्य के बीच की दूरी सबसे ज्यादा हो जाती है। इस दौरान दोनों के बीच की दूरी बढ़कर 152 मिलियन किलोमीटर हो जाती है। अपहेलियन ज्यादातर जुलाई महीने की शुरुआत में होता है। पेरिहिलियन के दौरान पृथ्वी और सूर्य के बीच की दूरी 147 मिलियन किलोमीटर रहती है। पेरिहिलियन ज्यादातर जनवरी महीने की शुरुआत में होता है।
कितनी घटती है दूरी
बता दें कि सूर्य और पृथ्वी की औसत दूरी लगभग 93 मिलियन मील है, लेकिन पेरिहिलियन के दौरान पृथ्वी और सूर्य के बीच की दूरी घटकर लगभग 91 मिलियन मील रह जाती है। कैलिफोर्निया विश्वविद्यालय बर्कले के एक रिसर्च में बताया गया है कि पेरिहिलियन के दौरान सूर्य का प्रकाश लगभग 7% अधिक तीव्र होता है।
पेरिहिलियन का असर
पेरिहिलियन ग्रीक शब्द पेरी और हेलिओस से मिलकर बना है। पेरी का मतलब होता है निकट और हेलिओस का मतलब सूर्य होता है। पेरीहेलियन का असर मौसम के लंबा होने पर पड़ता है। इस दौरान उत्तरी गोलार्ध में सर्दी कम होती है।
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