IAS officer Rinku Dugga compulsorily retired by BJP Narendra Modi govt: केंद्र की मोदी सरकार ने आईएएस अफसर रिंकू दुग्गा को अनिवार्य सेवानिवृत्त दी है। 54 साल की रिंकू अरुणाचल प्रदेश में इंडीजीनस अफेयर्स की प्रिंसिपल सेक्रेटरी थीं। रिंकू दुग्गा वहीं अफसर हैं, जिन्होंने एक साल पहले अपने कुत्ते को घुमाने के लिए एथलीटों से स्टेडियम को खाली करा दिया था।
अरुणाचल में तैनात थीं रिंकू
एक अफसर ने समाचार एजेंसी पीटीआई ने बताया कि रिंकू दुग्गा को जो पिछले साल कथित तौर पर अपने कुत्ते को घुमाने के लिए एथलीटों का स्टेडियम खाली करने को लेकर विवादों में आई थी, उसे सरकार ने अनिवार्य रूप से सेवानिवृत्त कर दिया है। नौकरशाह रिंकू दुग्गा अरुणाचल प्रदेश में कार्यरत थीं, जब सरकार ने उन्हें अनिवार्य रूप से सेवानिवृत्त कर दिया। पीटीआई ने एक अफसर के हवाले से कहा कि सरकार को किसी भी सरकारी कर्मचारी को सेवानिवृत्त करने का अधिकार है। रिंकू दुग्गा को सेंट्रल सिविल सर्विसेज (पेंशन) 1972 के नियम 56(J) के तहत जबरन रिटायर किया गया है।
इस कैडर की IAS अफसर हैं रिंकू दुग्गा
रिंकू दुग्गा 1994 बैच के AGMUT (अरुणाचल प्रदेश-गोवा-मिजोरम और केंद्र शासित प्रदेश) कैडर के अधिकारी हैं। उनके पति संजीव खिरवार 1994 बैच के आईएएस अफसर हैं। खिरवार को पिछले साल दिल्ली से ट्रांसफर कर दिया गया था। द इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट में दावा किया गया था कि दिल्ली के त्यागराज स्टेडियम में एथलीटों को अपना प्रशिक्षण जल्दी खत्म करने के लिए मजबूर किया जा रहा था, ताकि आईएएस दंपत्ति वे अपने कुत्ते को शाम की सैर के लिए सुविधा केंद्र में ला सकते हैं।
आईएएस दंपत्ति का कर दिया था ट्रांसफर
कुत्ता टहलाने और एथलीटों को बाहर किए जाने के मामले की केंद्र सरकार ने जांच कराई थी। रिपोर्ट रिंकू दुग्गा और उनके पति खिरवार के खिलाफ थी। इस रिपोर्ट से एथलीटों और जनता में भारी आक्रोश फैल गया। इसके बाद दिल्ली सरकार में प्रमुख सचिव (राजस्व) के रूप में काम करने वाले खिरवार को लद्दाख में स्थानांतरित कर दिया गया था। वहीं दुग्गा को अरुणाचल प्रदेश में स्वदेशी मामलों के प्रमुख सचिव के रूप में तैनात किया गया था।
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