HAL: हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड (HAL) ने मंगलवार को बेंगलुरु में एयरो इंडिया 2023 कार्यक्रम में प्रदर्शित HLFT-42 एयरक्रॉफ्ट से भगवान हनुमान की तस्वीर को हटा दिया है। बता दें कि एक दिन पहले HAL की ओर से हिंदुस्तान लीड इन फाइटर ट्रेनर के एक मॉडल के अनावरण किया गया था। इसके पिछले हिस्से पर भगवान हनुमान की तस्वीर दिखाई गई थी।
बता दें कि HLFT-42 एयरक्राफ्ट पहले स्वदेशी विमान HAL मारुत का उत्तराधिकारी है। मारुत भगवान पवन का दूसरा नाम है। भगवान हनुमान पवन पुत्र थे, इसलिए एयरशो में प्रदर्शित किए गए एयरक्राफ्ट पर भगवान हनुमान की तस्वीर प्रदर्शित की गई थी। भगवान हनुमान की तस्वीर के साथ लिखा गया था- ‘The Strom is Coming’
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#AeroIndia2023 | Hindustan Aeronautics Limited (HAL) has removed the picture of Lord Hanuman from the tail of the HLFT-42 aircraft model displayed at the airshow pic.twitter.com/0iZmAHBmFt
---विज्ञापन---— ANI (@ANI) February 14, 2023
HLFT-42 के बारे में जानें सबकुछ
HLFT-42 अगली पीढ़ी का सुपरसोनिक ट्रेनर है जो आधुनिक लड़ाकू विमान प्रशिक्षण में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा। विमान हॉक-132 सबसोनिक ट्रेनर और मिग-21 जैसे मौजूदा ट्रेनर विमानों के बीच की खाई को मिटा देगा, जिनका उपयोग सुपरसोनिक तकनीक में पायलटों को प्रशिक्षित करने के लिए किया जाता है।
यह फ्लाई बाय वायर कंट्रोल (FBW) सिस्टम के साथ एक्टिव इलेक्ट्रॉनिकली स्कैन्ड एरे (AESA), इलेक्ट्रॉनिक वारफेयर (EW) सूट, इन्फ्रारेड सर्च एंड ट्रैक (IRST) जैसे अत्याधुनिक एवियोनिक्स से लैस है।
एयरो इंडिया 2023
जानकारी के मुताबिक, पांच दिवसीय एयरो इंडिया 2023 प्रदर्शनी में 700 से अधिक रक्षा कंपनियां और 98 देशों के प्रतिनिधि भाग ले रहे हैं। एयरो इंडिया का यह संस्करण देश को सैन्य विमान, हेलीकॉप्टर, सैन्य उपकरण और नए युग के एवियोनिक्स के निर्माण के लिए एक उभरते हुए केंद्र के रूप में दिखाता है।
अधिकारियों के मुताबिक, एयरो इंडिया में लगभग 250 बिजनेस-टू-बिजनेस समझौते होने की उम्मीद है, जिसमें लगभग 75,000 करोड़ रुपये के निवेश को अनलॉक करने का अनुमान है। सोमवार को आयोजित कार्यक्रम में एयर शो के दौरान भारतीय वायुसेना के कई विमानों ने अपनी हवाई ताकत का प्रदर्शन किया था।
एयरो इंडिया का उद्देश्य रक्षा और एयरोस्पेस क्षेत्रों में भारत की वृद्धि और क्षमताओं को पेश करना है। अधिकारियों ने कहा कि इस आयोजन का फोकस सरकार के ‘मेक इन इंडिया, मेक फॉर द वर्ल्ड’ विजन के अनुरूप स्वदेशी उपकरणों और प्रौद्योगिकियों को प्रदर्शित करना और विदेशी कंपनियों के साथ साझेदारी करना है।
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