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चीतों को शिकारियों से बचाने के लिए तैनात होंगे ‘जर्मन शेफर्ड’

मध्य प्रदेश: नामीबिया से भारत लाए गए चीतों को शिकारियों से बचाने के लिए कुनो नेशनल पार्क में जर्मन शेफर्ड कुत्ते तैनात किए जाएंगे। फिलहाल पंचकुला में भारत-तिब्बत सीमा पुलिस बल (ITBP) में इन कुत्तों को प्रशिक्षित किया जा रहा है। अभी पढ़ें – Cheetah of Namibia: 16 घंटे का सफर कर बिना रुके नामीबिया से […]

Author Edited By : Amit Kasana Updated: Sep 30, 2022 11:30
german shepard
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मध्य प्रदेश: नामीबिया से भारत लाए गए चीतों को शिकारियों से बचाने के लिए कुनो नेशनल पार्क में जर्मन शेफर्ड कुत्ते तैनात किए जाएंगे। फिलहाल पंचकुला में भारत-तिब्बत सीमा पुलिस बल (ITBP) में इन कुत्तों को प्रशिक्षित किया जा रहा है।

अभी पढ़ें Cheetah of Namibia: 16 घंटे का सफर कर बिना रुके नामीबिया से भारत आएंगे चीते

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नामीबिया से भारत लाए गए चीतों की दिनचर्या की निगरानी की जा रही है। इन चीतों के व्यवहार पर हर पल नजर रखी जा रही है। भारत-तिब्बत सीमा पुलिस बल के प्रशिक्षण केंद्र में इन ‘सुपर स्निफर’ डॉग को रखा जाएगा। चीतों को शिकारियों से बचाकर रखना एक चुनौती है। शिकारी इनकी खाल, पंजे आदि के लिए मारकर तस्करी करते हैं।

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इसके अलावा कूनो नेशनल पार्क में चीतों के रख रखाव से जुड़े एक वन अधिकारी ने बताया कि सभी चीतों को तीन दिन के अंतर पर ख़ाना दिया जा रहा है, सभी चीते अपनी सामान्य डाइट ले भी रहे हैं। चीतों को अभी तीन तरह के जानवरों का मांस दिया जा रहा है। जिनमें भैंसे के बच्चे यानी पाड़े का मीट, बकरे का मीट और ख़रगोश का मीट भी शामिल है। चीते पानी ज़्यादा पीते हैं इसलिए सभी चीतों के बाड़े में पीने के पानी की पूरी व्यवस्था की गई है।

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First published on: Sep 29, 2022 07:41 PM

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